नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को पूर्व यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया (यूबीआई) की चेयरपर्सन अर्चना भार्गव के दो ठिकानों पर छापे मारे।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, केंद्रीय एजेंसी ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) द्वारा भार्गव के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में दायर की गई एक प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) के आधार पर जांच शुरू की। उन्होंने 23 अप्रैल, 2013 से 20 फरवरी, 2014 तक बैंक की चेयरपर्सन सह प्रबंध निदेशक के रूप में कार्य किया था।
प्राथमिकी में कहा गया है कि उसने 2004-2014 के दौरान सार्वजनिक क्षेत्र के कई बैंकों में वरिष्ठ पद पर रहने के दौरान उन्होंने 3.63 करोड़ की संपत्ति अर्जित की थी। UBI में शामिल होने से पहले, भार्गव ने 2011-2013 तक केनरा बैंक के कार्यकारी निदेशक के रूप में काम किया था। मीडिया रिपोर्ट 2018 में बताया था कि 2004-2014 की अवधि में उनके पास 4.89 करोड़ की संपत्ति थी और साथ ही उन्होंने 2.73 करोड़ की अपनी ज्ञात आय के मुकाबले 1.47 करोड़ का अतिरिक्त संपत्ति अर्जित की।