बेगूसराय (आससे)। कोरोना संकट में ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे बिहार के लिए एक राहत भरी खबर बेगूसराय से है जहां करीब 14 महीनों से बंद ऑक्सीजन प्लांट दोबारा चालू हो गया है। जिला प्रशासन की पहल पर बरौनी औद्योगिक क्षेत्र के देवना में एक ठप पड़े ऑक्सीजन प्लांट के फिर से शुरू होने से बेगूसराय के साथ ही बिहार के बहुत से सरकारी व निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति निर्बाध रूप से हो सकेगी।
खास बात यह है कि उक्त प्लांट के द्वारा ऑक्सीजन एवं नाइट्रोजन निर्माण में किसी भी प्रकार के केमिकल का प्रयोग नहीं किया जाता है। यह प्लांट प्राकृतिक गैस को ही संग्रहित कर ऑक्सीजन एवं नाइट्रोजन गैस का उत्पादन करती है।
दरअसल बेगूसराय जिले के सदर अनुमंडल स्थित देवना औद्योगिक क्षेत्र में सोनी इंटरप्राइजेज के नाम से एक ऑक्सीजन प्लांट पिछले वर्ष तक सुचारू था, लेकिन फरवरी 2020 में बिजली विभाग की ओर से प्लांट पर शिकायत दर्ज कराते हुए प्लांट को बंद करवा दिया गया था। प्लांट के संचालक नीरज कुमार बताते हैं कि उसके बाद भी उन्होंने अस्पतालों में ऑक्सीजन का सप्लाई जारी रखा, लेकिन इसके लिए उन्हें दूसरे जगह से संपर्क स्थापित कर सड़क मार्ग से गैस मंगाकर सिलेंडर रिफिल करना पड़ता था।
उन्होंने बताया कि हाल के दिनों में जब कोरोना संक्रमण ने एक बार फिर भयानक रूप से सामने आया तो फिर सरकारी अस्पताल सहित निजी अस्पतालों में भी ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी होने लगी। इसको देखते हुए बेगूसराय के डीएम अरविंद कुमार वर्मा ने पहल की और बंद पड़े ऑक्सीजन प्लांट को रविवार यानी से दोबारा चालू कर दिया गया।
बहरहाल बेगूसराय प्रशासन की पहल पर ऑक्सीजन प्लांट शुरू होते ही जिले के अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति भी शुरू हो गई और एक बड़ी समस्या का समाधान भी मिल गया है। उम्मीद की जा रही है कि फिलहाल ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे बिहार के अस्पतालों को इस प्लांट के द्वारा लाभ मिलता रहेगा।