नई दिल्ली,: भारत में कोरोना की दूसरी वेव तूफान बन कर आ गई है। देश के ज्यादातर हिस्सों की हालत ये है कि अस्पताल में ऑक्सीजन से लेकर वेड तक के लिए मारामारी हो रही है। कोरोना मरीजों के लिए ऑक्सीजन की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। ऑक्सीजन के अभाव में मरीजों की सांसें उखड़ रही हैं। इस बीच आज सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि देश को ऑक्सीजन की सख्त जरूरत है।
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने ऑक्सीजन की आपूर्ति और आवश्यक दवाओं के मुद्दे पर स्वत: संज्ञान लिया था। सीजेआई एसए बोबडे की अध्यक्षता वाली सुप्रीम कोर्ट की तीन न्यायाधीशों की पीठ ने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से कोविड-19 से निपटने के लिए नेशनल प्लान के बारे में जानकारी देने के लिए कहा। अब अदालत इस मामले में कल यानी शुक्रवार (23 अप्रैल) को करेगी।
सर्वोच्च अदालत ने सरकार से नेशनल प्लान मांगा है, जिसमें ऑक्सीजन और दवाओं की सप्लाई, वैक्सीन देने की प्रक्रिया सहित लॉकडाउन के मुद्दे पर रिपोर्ट पेश करने को कहा है। आपको बता दें कि देश में बढ़ते कोरोना संकट और फिर अस्पतालों में ऑक्सीजन के साथ दवाओं की भारी कमी के मद्देनजर सुप्रीम कोर्ट ने सख्ती दिखाई है। कोर्ट ने गुरुवार को स्वत: संज्ञान लेते हुए केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया था।