भोपाल, : कोरोना वायरस के संक्रमण की रफ्तार मध्य प्रदेश में बेकाबू हो गई है, जो थमने का नाम नहीं ले रही है। जिसकी वजह मौतों का आंकड़ा भी दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है। तो वहीं, सदमे में आकर लोग भी गलत कमद उठा रहे है। ताजा मामला मध्य प्रदेश के देवास का है। यहां अग्रवाल समाज के अध्यक्ष बालकिशन गर्ग का हंसता खेतला परिवार कोरोना संक्रमण की भेट चढ़ गया।
अग्रवाल समाज अध्यक्ष बालकिशन गर्ग की पत्नी और दो बेटों का पिछले दिनों कोरोना वायरस पॉजिटिव होने के बाद निधन हो गया था। पति और परिवारजनों की मौत से सदमे में आई छोटी बहू ने भी बुधवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिवार में अब बालकिशन गर्ग के अलावा बड़ी बहू और पोते-पोतियां ही रह गए हैं। खबरों के मुताबिक, सबसे पहले बालकिशन गर्ग की पत्नी चंद्रकला (75) कोरोना की चपेट में आई और 14 अप्रैल को उनकी मौत हो गई।
परिवार उनकी मौत के सदमे से उभरा भी नहीं था कि 17 अप्रैल को बड़े बेटे संजय गर्ग की मौत हो गई। इसके बाद 19 अप्रैल को छोटे बेटे स्वप्नेश गर्ग की सांस थम गई। तीनों कोरोना संक्रमित थे। कोरोना से हुई इन मौतों को देखकर छोटी बहू रेखा (45) इस सदमे को सहन नहीं कर सकी और अवसाद में जाने से बुधवार सुबह फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बड़े और छोटे बेटे के दो दो बच्चे हैं। परिवार के मुखिया बालकिशन गर्ग की भी तबीयत अत्यधिक खराब है। बड़े बेटे की पत्नी हादसे के चलते सदमे में है।