पटना (आशिप्र)। दूसरी लहर में कोरोना ने अब तक शिक्षा विभाग के तीन अधिकारियों की जान ले ली है, जबकि दर्जनों अधिकारी-कर्मचारी संक्रमण के शिकार हैं। कोरोना की दूसरी लहर में गत 25 अप्रैल को नालंदा के जिला शिक्षा पदाधिकारी मनोज कुमार की सांस यहां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में टूट चुकी है। कोरोना महामारी की रोकथाम में उन्होंने जिला प्रशासन द्वारा दिये गये दायित्वों का निष्ठा से निर्वहन किया। उसी दौरान कोरोना से संक्रमित होने के बाद उन्हें यहां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में भरती कराया गया था।
उनके बाद ही राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद के दो अधिकारियों की सांस भी पिछले दिनों कोरोना से टूटी। इनमें एक राजेंद्र प्रसाद मंडल व्याख्याता थे, जबकि दूसरे कैलाशनाथ सिंह प्रकाशन पदाधिकारी। इसके पहले यहां पटना जिला शिक्षा कार्यालय भी संक्रमण की चपेट में आ चुका है। जिला शिक्षा कार्यालय के कई अधिकारी-कर्मचारी संक्रमण के शिकार होने के बाद होम आइसोलेशन में रह चुके हैं। संतोष की बात यह रही कि सबके सब बाद में निगेटिव हो गये।
इस बीच एक और जिला शिक्षा पदाधिकारी पॉजिटिव हो गये हैं। पॉजिटिव निकले जिला शिक्षा पदाधिकारी समस्तीपुर के हैं। दरअसल, समस्तीपुर के जिला शिक्षा पदाधिकारी बिरेंद्र नारायण को कोरोना के लक्षण की आशंका हुई। उसके बाद उन्होंने एक मई को समस्तीपुर सदर अस्पताल में कोरोना की जांच करायी। रिपोर्ट में वे पॉजिटिव निकले। उन्हें होम आइसोलेशन की सलाह दी गयी। उसके बाद वे होम आइसोलेशन में चले गये हैं। उनकी अनुपस्थिति में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (मध्याह्न भोजन योजना) अवधेश प्रसाद सिंह जिला शिक्षा पदाधिकारी के दैनिक कार्यों का निष्पादन करेंगे।
आपको याद दिला दूं कि पिछले साल कोरोना की पहली लहर में समस्तीपुर के एक जिला कार्यक्रम पदाधिकारी की सांस टूट चुकी है। वे कोरोना के नोडल अफसर थे। इस बीच राज्य में शिक्षा विभाग के प्रखंड से लेकर राज्य मुख्यालय तक के कार्यालयों के अधिकारी-कर्मचारियों को कोरोना का खौफ सता रहा है। इसलिए कि, प्रखंड से लेकर यहां राज्य मुख्यालय तक के कार्यालयों में अधिकारी-कर्मचारी संक्रमित हो रहे हैं। विभाग कई निदेशालयों के अधिकारी-कर्मचारी भी पॉजिटिव पाये गये हैं। पॉजिटिव रिपोर्ट वाले अधिकारी-कर्मचारी होम आइसोलेशन में हैं।
आइसोलेशन सेल में भी लगी शिक्षकों की ड्यूटी
शिक्षकों की तैनाती आइसोलेशन सेल में भी की गयी है। आइसोलेशन सेल में शिक्षकों की तैनाती जिलाधिकारी के निर्देश पर भी की गयी। आइसोलेशन सेल में प्रतिनियुक्ति के जरिये सात शिक्षकों की तैनाती का आदेश जिला शिक्षा पदाधिकारी नीरज कुमार के हस्ताक्षर से मंगलवार को जारी हुआ है। इनमें छह शिक्षक शहीद राजेंद्र प्रसाद सिंह राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के और एक चिरैयाटांड़ राजकीयकृत उच्च विद्यालय के हैं।
गर्दनीबाग अस्पताल स्थित सिविल सर्जन कार्यालय में आइसोलेशन सेल खोला गया है। आपको बता दूं कि पहले से ही सैकड़ों शिक्षकों की ड्यूटी यहां ट्रेसिंग सेल में लगी हुई है। ऐसे शिक्षक संक्रमितों से फोन पर ब्योरा लेकर उसे फॉर्मेट में भरने की ड्यूटी बजा रहे हैं। इसके साथ ही और भी कई सेल में शिक्षकों की ड्यूटी बज रही है। संक्रमितों को फोन पर दवा बताने की ड्यूटी भी शिक्षक बजा रहे हैं।