- नई दिल्ली। इजराइल और फिलिस्तीन एक बार फिर आमने-सामने हैं। इस बीच इजराइल के राष्ट्रपति रूवेन रिवलिन ने कहा कि मिले-जुले समुदाय की आबादी के बीच जारी हिंसा के बारे में चुप्पी साधकर देश के अरब नेता ‘आतंकवाद एवं दंगों को समर्थन दे रहे हैं।’ रिवलिन ने कहा कि यहूदी-अरब समुदाय की मिली-जुली आबादी के बीच जारी हिंसा को लेकर ‘अरब नेताओं की चुप्पी’ समाज के टूटने को प्रोत्साहित करने के समान है जोकि वर्ष 2014 के गाजा संघर्ष के बाद से सबसे बुरे हिंसक दौर से गुजर रहा है।
हिंसा का करें विरोध- राष्ट्रपति रूवेन रिवलिन
उन्होंने कहा कि इजराइल सुरक्षा बहाली और सभी के लिए व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए दंगाइयों को सख्ती से काबू करेगा। साथ ही गाजा से होने वाले आतंकवाद से लड़ाई जारी रखने में कोई समझौते नहीं करेगा। यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद के पास शुरू हुआ उपद्रव पूरे इजराइल में फैल गया है।
एक घर में गिरा रॉकेट
इजराइल के लॉड शहर में बुधवार तड़के एक घर में गिरे रॉकेट के चलते 52 वर्षीय अरब-इजराइली व्यक्ति और उसकी 16 वर्षीय बेटी की मौत हो गई। इजराइली मीडिया के मुताबिक, इनके अंतिम संस्कार में हजारों लोगों की भीड़ जुटी जिसकी बाद में पुलिस से हिंसक झड़प हुई। भीड़ ने 30 वाहनों को आग भी लगा दी।
जेरुसलम से है तनाव
आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों से तनाव बढ़ता ही जा रहा है। यहां आए दिन सुरक्षा बलों और फिलिस्तीनी प्रदर्शनकारियों के झड़पें हो रही हैं। ऐसे में ये झडपें 7 मई से बढ़ती गई और 10 मई तक 300 से अधिक लोग घायल हो गए और दर्जनों से अधिक पुलिसवालें भी जख्मी हो गए।