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103 दिन बाद देश में कोरोना के सबसे कम केस, लेकिन डेल्टा प्लस का खतरा बरकरार


  •  देश में कोरोना की दूसर लहर लगातार कमजोर पड़ रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, मंगलवार को 103 दिन बाद 40 हजार से काम मामले सामने आए। बीते 24 घंटों में देशभर में कोरोना के 37,566 केस सामने आए हैं, वहीं इस दौरान 56,994 मरीज ठीक हुए हैं। 907 मरीजों की मौत के साथ कुल मृतकों का आंकड़ा 3,97,637 पहुंच गया है। देश में कोरोना के कुल मरीजों की संख्या 3,03,16,897 पहुंच गई है। इनमें से 2,93,66,601 मरीज ठीक हो चुके हैं। एक्टिव केसेस की संख्या 5,52,659 है। वहीं दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान भारत में जारी है। अमेरिका को पीछे छोड़ भारत दुनिया में सबसे ज्यादा कोरोना टीके लगवाने वाला देश बन गया है।

इस बीच, केंद्र सरकार ने सोमवार को कोरोनावायरस के डेल्टा प्लस वेरिएंट पर अपडेट देते हुए कहा कि यह 12 राज्यों में मौजूद है। अपडेट इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) द्वारा दिए गए आंकड़ों पर आधारित है, जिसमें कहा गया है कि अप्रैल, मई और जून के दौरान एकत्र किए गए 45,000 से अधिक नमूनों में से 48 मामलों की पहचान की गई है।

केंद्र ने राज्यों को एंफोटेरिसिन-बी के दो लाख से ज्यादा वायल और दिए

इस बीच, केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा ने सोमवार को कहा कि केंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को एंफोटेरिसिन-बी की अतिरिक्त 2,12,540 वायल आवंटित किए हैं। इसका इस्तेमाल म्यूकोरमायकोसिस यानी ब्लैक फंगस के इलाज में किया जाता है, जो नाक, आंख, साइनस और कभी-कभी दिमाग को भी नुकसान पहुंचाता है। गौड़ा ने ट्वीट कर कहा कि अभी तक सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को इस दवा की करीब 10 लाख वायल आवंटित की जा चुकी हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक देश में म्यूकोरमायकोसिस के अब तक 40 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं। डाक्टरों को लगता है कि कोरोना संक्रमण के दौरान स्टेरायड के ज्यादा प्रयोग से यह बीमारी हो रही है।