- पेगासस (Pegasus) फोन हैकिंग सॉफ्टवेयर के जरिए दुनिया भर में हजारों लोगों पर निगरानी रखी जा रही है. उन्हें घेरे में लिया जा रहा है. यह दावा द गार्डियन, द वॉशिंगटन पोस्ट और भारत के द वायर जैसे कुल 17 मीडिया संस्थानों ने किया है. जिन लोगों पर निगरानी रखी जा रही है उनमें भारत के राजनेता और पत्रकार शामिल. लेकिन इस दावे को भारत सरकार ने ठुकरा दिया है. लेकिन यह मुद्दा अब चर्चा का विषय बन रहा है. आज (19 जुलाई, सोमवार) शिवसेना सांसद और प्रवक्ता संजय राउत ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
संजय राउत ने कहा है, “पेगासेस फोन टेपिंग प्रकरण को लेकर हम संसद में आज से शुरू हो रहे मॉनसून अधिवेशन में सवाल करेंगे. पत्रकारों और नेताओं के फोन टेप करना एक अत्यधिक गंभीर मुद्दा है. यह देश की सरकार और प्रशासन के कमज़ोर होने का लक्षण है. कोई भी आता है और हमारा फोन टेप करता है, यह खुली तानाशाही है. देश की सुरक्षा के लिए यह घातक है. देश में इस वजह से डर का माहौल तैयार हो रहा है. महाराष्ट्र में महाविकास आघाडी की सरकार बनते ही मेरा फोन टेप किया गया था. ” इन शब्दों में संजय राउत ने एक अत्यधिक गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने यह भी कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सामने आएं और जवाब दें.