उन्होंने कहा कि निम्न और मध्यम स्तर का संक्रमण जारी रह सकता है, लेकिन वह ऐसे घातक अवस्था में नहीं पहुंचेगा, जैसा कुछ महीनों पहले देखा गया है. भारत के विभिन्न हिस्सों में विविध जनसंख्या और प्रतिरक्षा की स्थिति के कारण, यह काफी संभावना है कि देश के विभिन्न हिस्सों में उतार-चढ़ाव के साथ स्थिति इसी तरह जारी रह सकती है.
स्वामीनाथन ने कहा कि यह विशेष रूप से उन जगहों पर हो सकता है जहां आबादी अधिक संवेदनशील है. इसी प्रकार पहली और दूसरी लहर में जो आबादी कम प्रभावित हुई हैं और वहां टीकाकरण की गति कम है, उन जगहों पर आने वाले महीनों में संक्रमण का स्तर काफी बढ़ सकता है. केरल में कोविड -19 स्थिति के बारे में बोलते हुए, स्वामीनाथन ने कहा कि पिछले सप्ताह मामलों में गिरावट परीक्षण दरों में कमी के कारण हो सकती है.