पटना (आससे)। पटना समेत लगभग पूरे सूबे में शीतलहर की स्थिति से जनजीवन प्रभावित हो गया है। कड़ाके की ठंड और कई इलाकों में घने कोहरे के कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। धूप नहीं निकलने की वजह से आम लोग से लेकर पशु पक्षी तक बेहाल हैं। भागलपुर और पूर्णिया में घने कोहरे की स्थिति बनी है जबकि पटना, गया, फारबिसगंज और सुपौल में आंशिक कोहरा दर्ज किया गया। पर्वतीय इलाकों से आ रही उत्तर पश्चिमी हवा के प्रवाह से मैदानी इलाकों में कंपकंपी की स्थिति है। भारी ठंड की वजह से बिहार के 12 जिलों में शीत दिवस का अलर्ट जारी कर दिया गया है।
पटना में पिछले दो दिनों तक हवा की रफ्तार लगभग 15 किमी प्रतिघंटे की रही, जिस वजह से गणतंत्र दिवस की शाम से लेकर अगले दिन यानी बुधवार को भी ठंड का सितम देखा गया। शाम ढलते ही सडक़ें खाली होने लगी। ठंड की स्थिति को देखते हुए मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार सुपौल, गया और दरभंगा में शीत दिवस घोषित कर दिया गया। बर्फीली हवा के प्रवाह की वजह से राज्य के अन्य नौ जिलों में भी यही स्थिति बनी हुई है। अधिकतम तापमान सामान्य से छह से 11 डिग्री तक नीचे चला आया है। पटना में भी पिछले दो दिनों से भारी ठंड की स्थिति है।
पटना के अलावा सुपौल, अररिया, किशनगंज, सहरसा, पूर्णिया, गया, नालंदा, शेखपुरा, बेगूसराय, लखीसराय और नवादा में अधिकतम तापमान सामान्य से काफी नीचे आ गया है। इस वजह से इन इलाकों में भारी ठंड है। राज्यभर में डेहरी सबसे ठंडा रहा, जहां न्यूनतम तापमान 5.5 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसमविदों का कहना है कि अगले 24 घंटे भी इन इलाकों में यही स्थिति रहने वाली है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विवेक सिन्हा ने बताया कि झारखंड के आसपास एक प्रतिचक्रवात की स्थिति बनने से अब उत्तर पश्चिमी हवा का प्रभाव कम होने और पुरवा का प्रभाव बढऩे के आसार हैं। ऐसे में शुक्रवार से ठंड की स्थिति में सुधार होने के आसार है। हालांकि अभी अधिकतम तापमान ज्यादा ऊपर नहीं चढ़ेगा, लेकिन कनकनी से निजात मिलेगी। सूबे के दक्षिणी भाग में कई जगहों पर कोल्ड डे की स्थिति बनी रहेगी। कहीं-कहीं घना कोहरा होगा। दोपहर बाद धूप के दर्शन होंगे।