- भुवनेश्वर, ओड़िशा में चक्रवात ‘गुलाब’ के दस्तक देने से कुछ घंटे पहले मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने रविवार को राज्य के संवेदनशील जिलों में ”किसी के भी हताहत न होने” का लक्ष्य तय किया है। चक्रवात के प्रभाव से ओड़िशा के दक्षिण एवं तटीय क्षेत्रों में रविवार से बारिश शुरू हो गयी है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि मई में तबाही मचाने वाले ‘यास’ तूफान के बाद चार महीनों में राज्य में आया यह दूसरा तूफान है। इसके आधी रात के करीब गोपालपुर और आंध्र प्रदेश में कलिंगपत्तनम के बीच दस्तक देने की संभावना है।
विभाग ने बताया कि यह तूफान गोपालपुर से करीब 125 किलोमीटर दक्षिणपूर्व और कलिंगपत्तनम से 160 किलोमीटर पूर्व में स्थित है। तूफान समुद्र में 18 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है।
आईएमडी ने ‘रेड मैसेज’ (बहुत अधिक वर्षा का संदेश) जारी करते हुए कहा, ”आज रात इसके पश्चिम की ओर बढ़ने तथा उत्तरी आंध्रप्रदेश एवं दक्षिण ओड़िशा तट को पार करने की संभावना है। इस दौरान 75-85 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 95 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार तक तूफान चल सकता है। रविवार देर शाम यह प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।”
नयी दिल्ली से डिजिटल रूप से तैयारियों का जायजा लेते हुए पटनायक ने कहा कि सात चिह्नित जिलों गंजाम, गजपति, कंधमाल, कोरापुट, रायगढ़ा, नबरंगपुर और मलकानगिरी में प्रत्येक व्यक्ति की रक्षा के लिए सभी प्रयास किए जाएं। 11 जिलों के जिलाधिकारियों के साथ चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि चक्रवात का प्रक्षेप पथ एक ”अपरंपरागत क्षेत्र” में स्थित है और अधिकारियों को अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए।
राज्य के तटीय क्षेत्र में पहले कई चक्रवात आ चुके हैं लेकिन सात जिलों में लोगों के लिए ये प्राकृतिक घटनाएं नयी हैं।
विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) पी. के. जेना ने संवाददाताओं से कहा, ”मुख्यमंत्री ने लोगों से रविवार शाम से सोमवार को सुबह दस बजे तक घरों के भीतर रहने की अपील की है जब चक्रवात क्षेत्र से गुजरेगा।”