- गोरखपुर, : 36 वर्षीय कानपुर के प्रॉपर्टी डीलर मनीष कुमार गुप्ता की गोरखपुर जिले में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। इस मामले में 3 पुलिसकर्मियों समेत कुल 6 लोगों पर गोरखपुर के थाना रामगढ़ताल में आईपीसी की धारा 302 के तहत केस दर्ज किया गया। तो वहीं, 30 सितंबर की सुबह करीब 06:45 बजे मनीष कुमार गुप्ता का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि मनीष गुप्ता का अंतिम संस्कार चाचा बृजकिशोर गुप्ता ने किया। तो वहीं, आज प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ आज कानपुर आ रहे है वो यहां मनीष गुप्ता के परिजनों से मिलेंगे। उधर, होटल के कमरे में बेड के नीचे से खून से सना तौलिया मिलने के बाद पुलिस की कहानी की पोल खुल गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, होटल के कमरे में फैल मनीष गुप्ता के खून को तो पुलिसकर्मियों ने खूब सफाई से साफ किया था पर तौलिया ठिकाने लगाना भूल गए। खून से सना तौलिया उन्होंने बेड के नीचे छोड़ दिया था। पति के शव को लेकर कानपुर लौटते समय होटल पर सामान लेने गई मीनाक्षी ने बेड के नीचे से तौलिया निकाल पर होटल के स्टाफ और अन्य पुलिस कर्मियों को दिखाया। इस दौरान मीनाक्षी ने कहा कि अपनी करतूत आप लोग कहां और कैसे छिपाएंगे। मेरे पति का यह खून पुलिस की ज्यादती की गवाही दे रहा है। वहीं, होटल मालिक सुभाष शुक्ला ने बताया कि कमरे की चाबी पुलिस के पास ही थी। स्टाफ को कमरे के अंदर जाने की इजाजत नहीं थी।
कृष्णा पैलेस होटल के मालिक ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सोमवार की रात में सात कमरों में गेस्ट थे। आधी रात को करीब 12:04 बजे इंस्पेक्टर जेएन सिंह और उनकी टीम आई। रिसेप्शन पर मौजूद होटल मैनेजर आदर्श पाण्डेय से उन्होंने कहा कि होटलों की चेकिंग का आदेश है। स्टाफ ने बताया कि सात कमरों में गेस्ट हैं। उन्होंने रजिस्ट्रर चेक किया तो पता चला कि कमरा नम्बर 512 में तीन गेस्ट हैं, वे अलग-अलग शहर से आए हैं। पुलिसवालों ने पहले उसी कमरे को चेक करने को कहा और होटल स्टाफ को साथ लेकर कमरे में पहुंचे। दरवाजा खुलवाया और उसके बाद पुलिस वाले अंदर चले गए इसके बाद क्या हुआ, यह स्टाफ को मालूम नहीं।
उन्होंने बताया कि कुछ देर बाद मनीष गुप्ता को पुलिसवाले टांग कर ले जा रहे थे। उन्हें बाहर गाड़ी तक ले जाने की सीसी टीवी फुटेज में रिकार्डिंग हैं। अब वह फुटेज भी पुलिसकर्मियों के पास ही है। बता दें कि तारामंडल स्थित कृष्णा पैलेस होटल में कुल 16 सीसी टीवी कैमरे लगाए गए हैं। तीन कैमरे उस फ्लोर पर हैं, जहां 512 नम्बर कमरा है। दो कैमरे गैलरी तथा एक लिफ्ट के पास लगा हुआ है। इसके अलावा एक कैमरा रिसेप्शन और सड़क पर भी है। मनीष को टांग कर ले जाते समय कैमरे में तस्वीर कैद है। हालांकि कमरे के अंदर क्या हुआ है, इसकी गवाही पुलिसवाले और चोट के निशान दे सकते हैं। चेहरे और शरीर के घाव से यह साफ है कि चोट गहरी थी।