पटना

बिहार की इस बेटी ने यूपीएससी  में 348वीं, बीपीएससी में 8वीं रैंक पाकर रौशन किया नाम


गोपालगंज। गोपालगंज में कुचायकोट प्रखंड के बखरी गांव निवासी उदय नारायण सिंह की पुत्री अनामिका सिंह ने बीते दिनों यूपीएससी 2020 के घोषित परिणाम में 348वीं रैंक लाकर न सिर्फ गोपालगंज का नाम रोशन किया है। बल्कि अब बीपीएससी की 65वीं परीक्षा में भी 8वीं रैंक लाकर अपनी प्रतिभा साबित की है। अनामिका सिंह के पिता मूल रूप से बखरी गांव के निवासी है। पिता जय नारायण सिंह सेना में अधिकारी के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं, जबकि माता गीता देवी एक गृहणी है।

अनामिका के इस उपलब्धि से न सिर्फ गांव बल्कि पूरे प्रखंड के लोगों ने अनामिका के परिजनों को बधाई दी है। अनामिका ने बताया कि उसने आर्मी स्कूल जमुना नगर से हाईस्कूल और इंटर की पढ़ाई की थी। इसके बाद उसने एआईटी पुणे से कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया। बीटेक करने के बाद हालांकि उसके पास जॉब के कई ऑप्शन थे। पर अनामिका को शुरू से ही प्रशासनिक सेवा में जाने का मन था। इसके लिए उसने दिल्ली में रहकर यूपीएससी की तैयारी शुरू की। अनामिका ने बताया कि परिवार के सहयोग और माता पिता के आशीर्वाद से तीसरे प्रयास में उसने यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल की। और 348 रैंक हासिल की।


गोपालगंज: पत्रकार की मुंहबोली बेटी को बीपीएससी में मिला 81वीं रैंक

गोपालगंज। जिले के पत्रकार की मुंहबोली बेटी को 65 वीं बीपीएससी की परीक्षा में 81वीं रैंक मिला है। प्रथम प्रयास में मिली इस सफलता से परिजनों में खुशी व जश्न का माहौल है। जिला शिक्षा पदाधिकारी बनकर शिक्षा के क्षेत्र में गुणवता, विकास व सुधार लाना इनकी प्रथम प्राथमिकता है। कठिन परिश्रम जज्बा व लगन से की गई तैयारी से कुमकुम पाठक ने पहले ही प्रयास में इस सफलता को प्राप्त किया है।

गौरतलब हो कि सुश्री पाठक मांझा प्रखंड की जगरनाथा पंचायत के सहलादपुर गांव निवासी सह पत्रकार राजन तिवारी की मुंहबोली बेटी है। इनकी प्राथमिक व उच्च शिक्षा यूपी के कानपुर शहर से हुई है। यह शुरू से ही मेधावी छात्रा रही है। इनका अगला लक्ष्य यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल कर बिहार में आईएएस अधिकारी बनकर समाज को नई दिशा प्रदान करनी है।

इन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, गुरुजनों व शिक्षाविदों को दिया है। इनकी बीपीएससी की तैयारी मेधावी छात्र अनिमेष कुमार के दिशा निर्देश व मार्गदर्शन में हुई है। इन्होंने श्री कुमार को इस मोटिवेशन के लिए धन्यवाद व साधुवाद दिया है। इनका कहना है कि मैं इस सफलता से काफी खुश हूं। मैं उत्सुक हूं कि शिक्षा के क्षेत्र में मुझे काम करने का मौका मिला है।

हांलाकि बिहार में शिक्षा के क्षेत्र में काफी चुनौतियां है, फिर भी मैं इसका सामना करते हुए ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ पर पूरा बल देते हुए बेटियों को समाज की मुख्य धारा में लाने का सतत प्रयास करूंगी। मेरी पहली प्राथमिकता महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में रहेगी। पूरी ईमानदारी, निष्ठा व लगन से मैं शिक्षा के क्षेत्र काम करूंगी ताकि बच्चों का भविष्य उज्जवल हो सके तथा शिक्षा का परचम देश-विदेश में लहरा सके।


इसी दौरान अनामिका ने बीपीएससी की परीक्षा भी दी। जिसका रिजल्ट अब आया है। अनामिका ने बताया कि उसके पूरे परिवार में शुरू से ही पढ़ाई लिखाई का माहौल था। और माता-पिता के अलावा भाइयों के सहयोग से वह इस मुकाम तक पहुंची है। अनामिका का एक भाई देवेंद्र कुमार सिंह सेना में मेजर के पद पर तैनात है। जबकि दूसरा भाई इंद्रजीत कुमार सिंह बैंक में प्रबंधक के पद पर कार्यरत है। सबसे छोटी बहन बीकॉम करने के बाद सी एस की पढ़ाई की और अभी वह जॉब में है।