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- सरप्लस शिक्षकों का आवश्यकता वाले स्कूलों में होगा स्थानान्तरण
- बचे 18 जिलों से प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने मांगी रिपोर्ट
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(आज शिक्षा प्रतिनिधि)
पटना। राज्य में एक ही प्रारंभिक विद्यालय के भवन में चलने वाले एक अधिक प्रारंभिक स्कूल भवन वाले विद्यालय में सामंजित किये जायेंगे। स्कूलों के सामंजन के बाद सरप्लस शिक्षकों का आवश्यकता वाले स्कूलों में स्थानान्तरण होगा। एक ही प्रारंभिक विद्यालय के भवन में चलने वाले एक अधिक प्रारंभिक स्कूलों के सामंजन एवं सरप्लस शिक्षकों के आवश्यकता वाले विद्यालयों में स्थानान्तरण को लेकर 18 जिलों ने प्राथमिक शिक्षा निदेशालय को अब तक रिपोर्ट नहीं भेजी है। इन 18 जिलों में अररिया, अरवल, औरंगाबाद, बेगूसराय, गोपालगंज, कैमूर, कटिहार, खगडिय़ा, किशनगंज, मुजफ्फरपुर, नालंदा, नवादा, पूर्वी चंपारण, समस्तीपुर, सारण, शिवहर, सिवान एवं वैशाली शामिल हैं।
दरअसल, प्राथमिक शिक्षा निदेशालय ने 18 सितंबर 2017, 15 मार्च 2018, 10 जुलाई 2018 एवं 13 मार्च 2019 को जिला शिक्षा पदाधिकारियों को एक ही प्रारंभिक विद्यालय के भवन में चलने वाले एक अधिक प्रारंभिक स्कूल भवन वाले विद्यालय में सामंजित करने एवं सरप्लस शिक्षकों को आवश्यकता वाले स्कूलो में स्थानान्तरित करने का निर्देश दिया था। लेकिन, इसके कार्यान्वयन को लेकर अब तक सिर्फ 20 जिलों ने ही प्राथमिक शिक्षा निदेशालय को रिपोर्ट सौंपी है।
इसे गंभीरता से लेते हुए प्राथमिक शिक्षा निदेशक अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने बाकी 18 जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है। इसके लिए फॉर्मेट दिये गये हैं। उसमें जिला का नाम, प्रखंड का नाम, मूल विद्यालय का नाम, यू-डायस कोड, कमरों की संख्या, मूल विद्यालय द्वारा प्रयुक्त कमरों की संख्या, पदस्थापित शिक्षक-शिक्षिकाओं की संख्या, कुल छात्र-छात्राओं की संख्या, मूल विद्यालय में अतिरिक्त संचालित विद्यालयों की संख्या, मूल विद्यालय के अतिरिक्त संचालित विद्यालय का नाम, यू-डायस कोड, अतिरिक्त संचालित विद्यालयों में प्रयुक्त कमरों की संख्या,पदस्थापित शिक्षक-शिक्षिकाओं की संख्या, कुल छात्र-छात्राओं की संख्या, संविलियन के बाद शिक्षक-शिक्षिकाओं की कुल संख्या, छात्र-छात्राओं की कुल संख्या छात्र-शिक्षक अनुपात एवं छात्र वर्गकक्ष के कॉलम हैं।