कोलकाता: वित्तीय प्रौद्योगिकी कंपनी पेटीएम के संस्थापक विजय शेखर शर्मा ने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी को लेकर जताई जा रही तमाम आपत्तियों के बावजूद यह आभासी मुद्रा बनी रहने वाली है।
उन्होंने कहा कि क्रिप्टो सिलिकॉन वैली की तरफ से वॉल स्ट्रीट को एक जवाब है। मैं इसे लेकर खासा सकारात्मक हूं। क्रिप्टोकरेंसी के समर्थन में पेटीएम के संस्थापक विजय शेखर शर्मा का कहना है कि अगले 5-7 सालों में क्रिप्टोकरेंसी हमारे जीवन का एक हिस्सा बन जाएगी।
बता दें कि क्रिप्टोकरेंसी के नियमन के लिए भारत में विधेयक लाने की तैयारी चल रही है। इससे पहले भारतीय रिजर्व बैंक भी इसके दुरुपयोग को लेकर गहरी आशंका जता चुका है।
इस संदर्भ में पेटीएम संस्थापक ने कहा कि इस डिजिटल मुद्रा के बारे में इस समय भ्रम की स्थिति है। उन्होंने कहा कि हर सरकार इसे लेकर संशयग्रस्त है। लेकिन अगले पांच वर्षों में यह मुख्यधारा की प्रौद्योगिकी बन जाएगी। हालांकि उन्होंने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी परंपरागत मुद्रा की जगह नहीं ले पाएगी।