केपटाउन, । दक्षिण अफ्रीका के कप्तान डीन एल्गर का मानना है कि डीआरएस पर टीम इंडिया की नाराजगी से उनकी टीम को फायदा हुआ। उन्होंने कहा कि इससे मेहमान टीम का कुछ समय के लिए मैच से भटकाव हुआ। केपटाउन में तीसरे टेस्ट के तीसरे दिन 21वां ओवर रविचंद्रन अश्विन फेंक रहे थे। ओवर की चौथी गेंद पर एलबीडब्ल्यू दिए जाने के बाद एल्गर डीआरएस लिया और नाट आउट दिए गए। मैदान पर मौजूद अंपायर माइरस इरास्मस ने एल्गर को एलबीडब्ल्यू करार दिया था। गेंद मिडिल स्टंप के सामने उनके घुटने पर लगी थी।
रिव्यू लेने पर बाल-ट्रैकिंग तकनीक ने दिखाया कि गेंद स्टंप के ऊपर से जा रही है, ऐसे में वह नाट आउट दिए। इससे नाराज भारतीय टीम के खिलाड़ियों ने स्टंप माइक पर गुस्सा निकाला। हालांकि, एल्गर को जसप्रीत बुमराह ने तीसरे दिन स्टंप्स से पहले आउट कर दिया, लेकिन दक्षिण अफ्रीका की टीम मजबूत स्थिति में पहुंच गई थी। चौथे दिन मेजाबन टीम को जीत के लिए सिर्फ 111 रनों की जरूरत थी, जिसे उसने शुक्रवार को सात विकेट हाथ में रहते हासिल कर लिया।
एल्गर ने कहा, ‘जाहिर तौर पर टीम इंडिया थोड़ा दबाव में थी। चीजें उनके पक्ष में नहीं जा रही थीं, जिसकी जाहिर तौर पर उनको आदत है, लेकिन मुझे लगता है कि दबाव के कारण हमें थोड़ा मौका मिला। विशेष रूप से गुरुवार को थोड़ा आसानी रन बनाने का मौका मिला। कुछ समय के लिए वास्तव में उनका खेल से भटकाव हुआ और वे अपनी भावनाओं को ज्यादा दिखा रहे थे। बहुत खुशी हुई कि यह हमारे पक्ष में गया।’
सेंचुरियन में 113 रन से पहला टेस्ट हारने के बाद दक्षिण अफ्रीका ने शानदार वापसी करते हुए भारतीय टीम को 2-1 से सीरीज में हरा दिया । एल्गर ने जोहान्सबर्ग में सात विकेट की जीत के बाद कहा था कि उन्होंने कैगिसो रबादा से बातचीत की थी, जो कि उनके सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए पर्याप्त था। किस तरह की बातचीत दोनों के बीच हुई इसके के बारे में पूछे जाने पर, एल्गर ने कुछ भी जानकारी में जाने से मना कर दिया।