नई दिल्ली, । भारतीय टीम जब 2020-21 में आस्ट्रेलिया दौरे पर गई थी तब टीम इंडिया ने चार मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-1 से ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी। इस जीत के नायक टीम के कार्यवाहक टेस्ट कप्तान अजिंक्य रहाणे रहे थे जिन्हें विराट कोहली के भारत वापस लौटने के बाद टेस्ट टीम का कप्तान बनाया गया था। रहाणे ज्यादा कुछ बोलते नहीं है, लेकिन इस दौरे के बारे में उन्होंने पहली बार टिप्पणी की और अपना दर्द बयां किया। रहाणे पिछले दो साल से अपनी फार्म से जूझ रहे हैं और कई क्रिकेट एक्सपर्ट का मानना है कि वो भारत के लिए अपना आखिरी टेस्ट खेल चुके हैं, लेकिन रहाणे टीम में वापसी करना चाहते हैं।
अब रहाणे ने बैकस्टेज विद बोरिया चैट शो में 2020-21 के आस्ट्रेलिया दौरे के बारे में कहा कि उस टेस्ट सीरीज के दौरान मैदान पर और ड्रेसिंग रूम में मैंने कुछ बोल्ड फैसले किए और इसका क्रेडिट किसी और ने ले लिया। रहाणे का मतलब साफ तौर पर ये था कि उन्होंने टीम को जीत दिलाई, लेकिन इसका क्रेडिट कोई और लूट ले गया। रहाणे ने कहा कि मैं बस मुस्कुराता हूं जब लोग कहते हैं कि मेरा करियर खत्म हो गया है, जो लोग खेल को जानते हैं वे इस तरह बात नहीं करते हैं – हर कोई जानता है कि ऑस्ट्रेलिया में क्या हुआ था। इससे पहले भी, लाल गेंद के खेल में मेरा योगदान, खेल से प्यार करने वाले लोग समझदारी से बात करेंगे।
रहाणे ने कहा कि मुझे पता है कि मैंने आस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में क्या किया था, लेकिन यह मेरा स्वभाव नहीं है कि मैं जाकर क्रेडिट ले लूं। हां, कुछ फैसले थे जो मैंने लिए थे, लेकिन किसी और ने श्रेय लिया। मेरे लिए श्रृंखला जीतना महत्वपूर्ण था। उन्होंने आगे कहा कि यह टीम की जीत थी जो उनके लिए मायने रखती है, ना कि व्यक्तिगत क्रेडिट जो दिए जा रहे हैं।