आगरा, । आगरा जिले के प्राथमिक शिक्षक इस समय असमंजस की स्थिति में हैं। कारण, उनकी तीसरे चरण के मतदान में भी मैनपुरी में चुनाव ड्यूटी लगा दी है, जबकि वह पहले चरण में आगरा में पहले ही ड्यूटी दे चुके हैं। नए आदेश को माने या नहीं, उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा।
ऐसे एक दो नहीं, बल्कि तमाम शिक्षक हैं, जिनकी इस तरह से मैनपुरी के जिला निर्वाचन अधिकारी ने सीधे ड्यूटी लगा दी है, लेकिन आगरा प्रशासन या जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय से उनको ऐसे कोई आदेश या निर्देश भी नहीं मिले हैं। इस कारण उनकी हालत दुधारी तलवार पर चलने जैसी हो गई है, क्योंकि बिना विभागीय अधिकारियों के निर्देश उन्होंने आदेश माने, तो उन पर विभागीय कार्रवाई भी हो सकती है और आदेश न मानने पर चुनाव ड्यूटी छोड़ने का मुकदमा लग जाएगा। इसलिए उन्होंने यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन (यूटा) से मदद की गुहार लगाई है।
सीधे ड्यूटी भेजना गलत
यूटा जिलाध्यक्ष केशव दीक्षित का कहना है कि दूसरे जिले के शिक्षकों की इस तरह ड्यूटी लगाने का यह पहला मामला सामने आया है। उक्त शिक्षको ने पहले चरण में भी चुनाव ड्यूटी दी, अब दूसरी ड्यूटी लगा दी है और वो भी दूसरे जिले मे जिसकी कई शिक्षकों को जानकारी भी नहीं। 20 फरवरी को होने वाले मतदान के लिए शिक्षकों को 19 फरवरी को ज्वाइन करने के लिए बुलाया है। हम विभागीय अधिकारियों को इसकी शिकायत करेंगे।
जिला मंत्री राजीव वर्मा का कहना है कि दूसरे जिले में ड्यूटी लगाना गलत है जबकि वह पहले चरण में ड्यूटी दे चूके हैं। इसलिए यह आदेश वापस न लिया तो संगठन विरोध करेगा।
करीब 56 को लगी ड्यूटी
आगरा से तीसरे चरण के मतदान में ड्यूटी देने के लिए करीब 56 शिक्षकों को लेटर मिल गए हैं, उन्हें प्रशिक्षण के लिए भी बुलाया गया है। ज्यादातर शिक्षक जैतपुर कलां ब्लाक के हैं।