डीएम ने कहा– जांचोंपरांत होगी कार्रवाई
जहानाबाद। जिले में नवनियुक्त शिक्षकों से चिकित्सकीय प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर अवैध वसूली का मामला सामने आया है। बता दें कि एक दिन पूर्व जिले में सैकड़ों चयनित शिक्षक अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिया गया है। नियुक्ति पत्र मिलने बाद नवनियुक्त शिक्षकों को चिकित्सकीय प्रमाण पत्र के साथ योगदान देना है। इसे लेकर गुरुवार को सिविल सर्जन कार्यालय में नवनियुक्त शिक्षकों की भीड़ उमड़ पड़ी।
इधर मौके का फायदा उठाते हुए सिविल सर्जन कार्यालय के कर्मी द्वारा शिक्षकों से प्रमाण पत्र बनाने के एवज में 600 रुपये वसूली करने का मामला प्रकाश में आया है। इतना ही नही, एक शिक्षक मुन्नू कुमार ने बताया की चिकित्सा प्रमाण पत्र बनवाने में 600 रुपया वसूला किया गया है। शिक्षक की माने तो उनसे कहा गया कि यह पैसे ऊपर से लेकर नीचे तक सभी को देने पड़ते हैं। अगर पैसे नहीं दिए तो आपका मेडिकल प्रमाण पत्र नहीं बनेगा। इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
वहीं, इस बाबत जिलाधिकारी हिमांशु कुमार राय ने कहा कि मुझे इसकी जानकारी नहीं है। अगर सिविल सर्जन कार्यालय में अवैध पैसे की वसूली की जा रही है तो इसकी जांच कराई जाएगी। जो लोग भी इसमें दोषी पाए जाएंगे उनपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इधर मामला सामने आने के बाद कांग्रेस जिलाध्यक्ष हरिनारायण द्विवेदी ने एक प्रेस बयान जारी कर प्रमाण पत्र बनवाने के नाम पर हो रहे अवैध वसूली को रोकने और एक कमिटी बनाकर पारदर्शी तरीके से चिकित्सा प्रमाण पत्र शिक्षको के बीच वितरण करने की मांग जिलाधिकारी से की है। उन्होंने कहा कि अगर मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो जल्द ही सरकार व स्थानीय प्रशासन के विरुद्ध आंदोलन किया जाएगा।