पटना। जातिगत जनगणना को लेकर सर्वदलीय बैठक एक जून को होगी। इस आशय की जानकारी संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने शुक्रवार को दी। सर्वदलीय बैठक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित संवाद कक्ष में शाम चार बजे से होगी। संसदीय कार्य मंत्री ने बताया कि इस संबंध में सभी दलों से बातचीत हो चुकी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को यह कहा था कि जातिगत जनगणना को ले सर्वदलीय बैठक में सहमति के बाद एक प्रस्ताव तैयार कर उसे कैबिनेट की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। कैबिनेट की मंजूरी के बाद राज्य सरकार अपने संसाधन से जातिगत जनगणना का काम आरंभ करेगी। इस काफी ठीक ढंग से कराया जाएगा।
बिहार विधानसभा ने दो बार जातिगत जनगणना कराए जाने के प्रस्ताव को दो बार सर्वसम्मति से पारित किया जा चुका है। इस मसले पर मुख्यमंत्री के नेतृत्व में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने कुछ माह पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भेंट की थी। उनसे इस बारे में अनुरोध किया गया था। केंद्र सरकार द्वारा जातिगत जनगणना कराए जाने में असमर्थता व्यक्त करने पर राज्य सरकार ने यह निर्णय लिया कि वह अपने संसाधन से जातिगत जनगणना कराने का इरादा रखती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह इस बारे में सभी राजनीतिक दलों के साथ विमर्श कर इस बारे में उनके विचार को जानेंगे कि इसे किस तरह से कराया जाए। इस बारे में सरकार ने अपने स्तर पर पूरी तैयारी कर रखी है। सभी दलों की सहमति जरूरी है।
तेजस्वी से नीतीश की हुई थी मुलाकात
जातिगत जनगणना कराए जाने को लेकर पिछले दिनों नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी भेंट की थी। मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वस्त किया था कि वह आरंभ से ही जातिगत जनगणना के पक्षधर रहे हैैं। जातिगत जनगणना कराए जाने को लेकर मुख्यमंत्री के नेतृत्व में जब सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री से मिलने गया था तब भाजपा के मंत्री जनक राम भी उस प्रतिनिधिमंडल के हिस्सा थे। इस बार भी भाजपा की सहभागिता सर्वदलीय बैठक में संभव है।