रोम, । पोप फ्रांसिस ने यूक्रेन और अन्य युद्धरत देशों में शांति के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रेयर सर्विस में हिस्सा लिया। वह प्रार्थना सभा में व्हीलचेयर पर शांति के रोमन देवी की मूर्ति के सामने मुंह करके बैठे रहे। 85 वर्षीय पोप रोम बिसालिका के सांटा मारिया मैगियोरी में गए और शांति की देवी मैरी क्वीन की प्रतिमा के सामने बैठे रहे। इससे पूर्व बेनेडिक्ट ने वर्ष 1918 में प्रथम विश्व युद्ध समाप्त करने के लिए प्रार्थना की थी।
इस ईसाई धर्मस्थल पर मौजूद सभी लोगों ने यूक्रेन, इराक, सीरिया और अन्य देशों में शांति की स्थापना के लिए प्रार्थना की। इस अवसर पर यह सभी देश वीडियो के जरिये प्रार्थना स्थल से कनेक्टेड थे। दुनिया भर के कैथोलिक ईसाइयों को ठीक उसी समय प्रार्थना करने को कहा गया था। रोम की इस सर्विस में करीब एक हजार लोग शामिल हुए। इसमें वेटिकन में यूक्रेन के राजदूत भी शामिल हुए। बहुत से लोगों ने इस दौरान यूक्रेनी झंडे के नीले और पीले रंग के कपड़े पहने हुए थे। पोप चर्च से बाहर जाने से पहले एक छोटे लड़के का अभिवादन स्वीकार करने के लिए रुके जिसने गले में यूक्रेन का झंडा पहना हुआ था।