नई दिल्ली, । मुस्लिम संस्था जमीयत उलमा-ए-हिंद (Jamiat Ulama-i-Hind) ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में एक याचिका दाखिल कर पूजा स्थल (विशेष प्रावधान) अधिनियम 1991 (Places of Worship Special Provisions Act, 1991) की संवैधानिक वैधता को चुनौती देने वाली लंबित याचिका में हस्तक्षेप की मांग की है। याचिका में कहा गया है कि याचिकाकर्ता अधिवक्ता अश्विनी उपाध्याय ने इस मसले पर उन आधारों को उठाया है जिन पर शीर्ष अदालत की संविधान पीठ पहले ही विचार कर चुकी है।
Related Articles
झारखंड में शाम चार बजे तक खुल सकेंगे सरकारी और निजी दफ्तर, स्वास्थ्य सुविधाओं को पूर्ण छूट
Post Views: 2,543 देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर अब हल्की हो गई है यानी संक्रमण दर पहले के मुकाबले काफी कम हो गई है। हालांकि कोरोना से होने वाली दैनिक मौतें अभी भी चिंता का विषय बनी हुई हैं। वहीं संक्रमण दर कम होने की वजह से दिल्ली, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश समेत कई […]
शेयर बाजार में तेजी के बीच सेंसेक्स में 53,000 अंक की बढ़त
Post Views: 465 भारतीय शेयर बाजार में सोमवार सुबह तेजी के साथ बीएसई सेंसेक्स 53,000 अंक की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा था।इस दौरान हेल्थकेयर आईटी शेयरों में अच्छी खरीदारी देखी गई। सुबह करीब 10.20 बजे सेंसेक्स 53,007.05 पर था, जो 52,975.80 के पिछले बंद से 31.25 अंक या 0.06 प्रतिशत ज्यादा है। यह […]
शराब घोटाले में अरविंद केजरीवाल को ED का 8वां समन, अब 4 मार्च को पूछताछ के लिए बुलाया
Post Views: 83 , नई दिल्ली। दिल्ली के कथित शराब घोटाले के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को फिर समन भेजा है। जांच एजेंसी की तरफ से दिल्ली के मुख्यमंत्री (Delh CM) को यह 8वां समन भेजा गया है। इससे पहले अरविंद केजरीवाल ने ईडी के सात समन को नजरअंदाज […]