नई दिल्ली, । केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में घोषित की गई नई सैन्य भर्ती प्रणाली (Agnipath Scheme) के खिलाफ गुरुवार को देश के कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन हुआ। आर्मी, नेवी और वायुसेना में भर्ती के लिए सरकार की नई योजना ‘अग्निपथ’ के विरोध में युवाओं द्वारा हिंसक प्रदर्शन किया गया। कल बिहार से शुरू हुआ यह विरोध यूपी, हरियाणा और राजस्थान तक पहुंच गया है। शांति से शुरू हुए इस विरोध प्रदर्शन ने आज उग्र रूप अख्तियार कर लिया है। बिहार में तो कई जिलों से आगजनी की घटनाएं भी सामने आई हैं।
बिहार में सबसे ज्यादा बवाल
केद्र सरकार की इस नई स्कीम का सबसे ज्यादा विरोध बिहार में देखा जा रहा है। इस प्रदर्शन में शामिल युवा सड़कों में आगजनी के अलावा ट्रेनों की बोगियों में भी आग लगाते दिखे। वहीं दिल्ली-हावड़ा मुख्य रेल लाइन के बक्सर और आरा स्टेशनों पर जमकर तोड़फोड़ हुई और रेल संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया।
राजस्थान में भी जमकर हुआ विरोध
अग्निपथ योजना का विरोध अब राजस्थान में भी शुरू हो गया है। गुरुवार को प्रदेश के कई जिलों में युवाओं ने विरोध प्रदर्शन किया। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) ने भी इस योजना के विरोध में आंदोलन शुरू किया है। सीकर में युवा सुबह से ही एकत्रित होना शुरू हो गए। दोपहर 12 बजे बड़ी संख्या में युवाओं ने एकत्रित होकर तोड़फोड़ की। उत्तेजित युवाओं ने दुकानों में तोड़फोड़ करने के साथ ही सरकारी सम्पति को भी नुकसान पहुंचाया। प्रदर्शनकारी युवाओं ने 20 जून को दिल्ली कूच कर जंतर-मंतर पर आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी।
उत्तर प्रदेश में भी हो रहा काफी विरोध
यूपी में भी अग्निपथ योजना का जोरदार विरोध देखने को मिला है। यहां बड़ी संख्या में युवा सरकार की योजना की खिलाफत कर रहे हैं। कई जिलों में यह प्रदर्शन देखने को मिला, बुलंदशहर के साथ मथुरा, प्रयागराज, गोरखपुर में भी यह विरोध प्रदर्शन किया गया। युवाओं ने इस योजना को रद करने की मांग के साथ ‘अग्निपथ योजना वापस लो’ के नारे लगाए हैं।
यह है अग्निपथ योजना
केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में घोषत की गई अग्निपथ योजना के तहत इस वर्ष 46 हजार युवाओं को सहस्त्र बलों में शामिल किया जाएगा। बता दें कि इस योजना के मुताबिक युवाओं की भर्ती संविदा आधारित होगी, जो कि चार साल के लिए होगी। भर्ति किए गए युवाओं को ‘अग्निवीर’ कहा जाएगा। अग्निवीरों की उम्र 17 से 21 वर्ष के बीच होगी और उन्हें 30-40 हजार प्रतिमाह वेतन दिया जाएगा। हालांकि भर्ती हुए 25 फीसदी युवाओं को सेना में आगे मौका मिलेगा और बाकी 75 फीसदी को नौकरी छोड़नी पड़ेगी।