बेंगलुरु, । एशिया के सबसे बड़े एयर शो एयरो इंडिया 13 से 17 फरवरी के बीच बेंगलुरु के येलहंका एयरफोर्स स्टेशन पर होने वाला है। ऐसे में एयर शो एयरो इंडिया 2023 की रिहर्सल चल रही है।
एयरो शो के लिए बनाई गई अनूठी योजना
इस बार के एयरो-शो में आत्मनिर्भर भारत की तस्वीर प्रदर्शित होगी। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने ट्वीट कर बताया कि हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड एयरो इंडिया 2023 में 15 हेलीकॉप्टरों की एक अनूठी ‘आत्मनिर्भर’ फॉर्मेशन में उड़ान भरेंगे। साथ ही एलसीए ट्विन-सीटर वैरिएंट, हॉक-आई और एचटीटी-40 विमान के अलावा अगली पीढ़ी के सुपरसोनिक ट्रेनर को प्रदर्शित किया जाएगा।
एक सरकारी अधिकारी के मुताबिक, यह शो घरेलू विमानन उद्योग को बढ़ावा देने के साथ ही मेक इन इंडिया को आगे बढ़ाएगा। दो साल में होने वाला एयर शो रक्षा और सरकारी क्षेत्रों की प्रमुख हस्तियों को एक साथ लाने वाला मंच है।
PM मोदी ने राष्ट्र को समर्पित की थी सबसे बड़ी हेलीकॉप्टर फैक्ट्री
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फरवरी के शुरुआती हफ्ते में कर्नाटक के तुमकुरु में एचएएल की नई हेलीकॉप्टर फैक्ट्री राष्ट्र को समर्पित की थी। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने रक्षा क्षेत्र में ‘आत्मनिर्भरता’ को मजबूत करने के एचएएल के प्रयासों की भी सराहना की थी।
ग्रीनफील्ड हेलीकॉप्टर फैक्ट्री एशिया की सबसे बड़ी हेलीकॉप्टर निर्माण सुविधा है, जो शुरुआती दिनों में लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर (LUH) का उत्पादन करेगी। मालूम हो कि एलयूएच स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित 3-टन क्लास, सिंगल-इंजन मल्टीपर्पस यूटिलिटी हेलीकॉप्टर है।
55 से ज्यादा देशों के प्रतिनिधियों ने लिया था हिस्सा
गौरतलब है कि एयरो इंडिया 2021 में 55 से ज्यादा देशों के प्रतिनिधियों और 540 से अधिक प्रदर्शकों ने हिस्सा लिया था। इस बार के एयरो शो में भारत में अमेरिका की प्रभारी राजदूत एलिजाबेथ जोंस अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगी।