नई दिल्ली, अग्निपथ भर्ती योजना (Agneepath Scheme) के विरोध में छात्र (Student Protest) बिहार, हरियाण और यूपी समेत कई शहरों में प्रदर्शन कर रहे हैं। दरअसल, हमारे देश में रेलवे (Indian Railway) के बाद सेना (Indian Army) एक ऐसी जगह है जहां लाखों युवाओं को रोजगार मिला हुआ है। देश में करीब 14 लाख लोग सेनाओं में विभिन्न पदों अपना योगदान दे रहे हैं। हर साल करीब 60 हजार कर्मचारी सेना से रिटायर होते हैं, जिन पर अविलंब नियुक्ति की जाती है। इसके लिए भर्ती रैलियां होती हैं जहां युवाओं की कड़ी परीक्षा ली जाती है, लेकिन अमेरिका और चीन (China Army) की तुलना में भारत की फौज में नौकरी पाना आसान नहीं है।
अमेरिकी युवाओं को सेना में जोड़ने के लिए चलाए जाते हैं अभियान
अमेरिका में युवाओं को फौज से जोड़ने के लिए तमाम अभियान चलाए जाते हैं और उन्हें बेहतर वेतन एवं सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। हालांकि शैक्षणिक योग्यता और ट्रेनिंग आदि के मामले में उन्हें कोई विशेष छूट नहीं मिलती है, लेकिन अमेरिका में मेडिकल एवं एप्टिट्यूड टेस्ट के बल पर युवाओं को आसानी से सेना में नौकरी मिल जाती है, बशर्ते युवा किसी गैरकानूनी कार्य में संलिप्त नहीं पाया गया हो।