नई दिल्ली। Agnipath Scheme Protests: अग्निपथ योजना के विरुद्ध चल रहे हिंसक प्रदर्शन में सरकारी संपत्तियां खासकर रेलवे निशाने पर है। इसके चलते लगभग 350 ट्रेनों का संचालन प्रभावित हुआ है और 200 से अधिक ट्रेनें रद करनी पड़ी हैं। रद की गई ट्रेनों में माल्दा टाउन-लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस, हावड़ा-नई दिल्ली दुरंतो एक्सप्रेस, दरभंगा-नई दिल्ली बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेर, रक्सौल-आनंद विहार टर्मिनल सत्याग्रह एक्सप्रेर, सहरसा-नई दिल्ली मेल शामिल है। पूर्व और पूर्वोत्तर रेलवे पर सबसे ज्यादा असर पड़ा है। बिहार, झारखंड और आंशिक रूप से पूर्वी उत्तर प्रदेश में ट्रेनों का संचालन बहुत हद तक प्रभावित हुआ है।
बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश से गुजरने वाली ट्रेनों के संचालन पर सबसे ज्यादा असर
भारतीय रेलवे के अनुसार हिंसक प्रदर्शन की गंभीरता को देखते हुए 230 से अधिक रद ट्रेनों में से 94 मेल व एक्सप्रेस और 140 पैसेंजर ट्रेनें हैं। आंशिक रूप से रद हुई ट्रेनों में 66 मेल एक्सप्रेस और 30 पैसेंजर ट्रेन हैं। कुल एक दर्जन से अधिक मेल एक्सप्रेस ट्रेनों का रूट बदला गया है। ईस्ट सेंट्रल रेलवे बुरी तरह प्रभावित हुआ है। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने उपद्रवियों से आग्रह किया है कि रेलवे आपकी संपत्ति है, जिसे नुकसान न पहुंचाएं।
हरियाणा में ट्रेनों और स्टेशनों की सुरक्षा बढ़ाई गई
हरियाणा में प्रदर्शन के जोर पकड़ने से पहले ही राज्य सरकार ने कानून व्यवस्था को देखते हुए ट्रेनों के साथ रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा को बढ़ा दी है। राज्य में इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं बंद कर दी गई हैं। दक्षिणी रेलवे ने बिहार, झारखंड या पूर्वी उत्तर प्रदेश से गुजरने वाली अपनी ट्रेनों को रद कर दिया है या उनका रास्ता बदल दिया है।