आगरा, । आगरा के ताजगंज में कथित मौसी और मामा के चंगुल से मुक्त कराई किशोरी को पुलिस ने शुक्रवार की सुबह कानपुर के राजकीय बाल गृह बालिका भेज दिया। मामले में किशोरी की कथित मौसी और मामा के खिलाफ पुलिस ने दुष्कर्म और अनैतिक देह व्यापार अधिनियम के तहत अभियोग पंजीकृत किया था। मौसी को पुलिस जेल भेज चुकी है। मामा की गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है।
देह व्यापार की सूचना पर मिली थी किशोरी
ताजगंज पुलिस को दस दिसंबर को एक सामाजिक संस्था ने किशोरी से उसके स्वजन द्वारा देह व्यापार कराने की सूचना दी थी। पुलिस ने ताजगंज इलाके के एक मकान में छापा मारा था। वहां से किशोरी को बरामद किया था। मौके से एक महिला काे भी गिरफ्तार किया था। महिला ने पहले बताया था कि वह किशोरी की मां है। इससे संबंधित प्रपत्र मांगने पर वह खुद को किशोरी की मौसी बताने लगी। पुलिस को घर से बड़ी संख्या में आपत्तिजनक वस्तुएं मिली थीं।
पुलिस ने किशोरी की उम्र के लिए कराया मेडिकल
वहीं,किशोरी भी खुद को बालिग बता रही थी। आधार कार्ड भी बालिग होने का दिखाया था। पुलिस ने उसके स्कूल के रिकार्ड को चेक किया तो वह नाबालिग निकली। किशोरी ने पुलिस को बताया कि वह गर्भवती है। पुलिस ने उसका मेडिकल कराया। जिसमें उसके नाबालिग होने की पुष्टि हुई। पुलिस ने उसे मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान दर्ज कराने के बाद बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया।
समिति ने किशोरी की काउंसलिंग के साथ ही कानपुर के बाल गृह बालिका भेजने के आदेश किए थे। अभियोग की विवेचना कर रहे सीओ ताज सुरक्षा अरीब अहमद ने बताया कि किशोरी को शुक्रवार की सुबह कानपुर के बालिका गृह भेज दिया गया।