छापेमारी में मिले आपत्तिजनक दस्तावेज
21 जून की रात को मोटरसाइकिल सवार दो अपराधियों ने कोल्हे को उस समय गला रेतकर मार डाला था, जब वे दुकान बंद कर अपने घर जा रहे थे। भाजपा से निलंबित प्रवक्ता नुपुर शर्मा का कथित रूप से समर्थन करने के चलते इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया था। महाराष्ट्र में आरोपितों के ठिकानों पर छापेमारी के दौरान नफरत भरा संदेश फैलाने वाले पर्चे, चाकू, मोबाइल फोन, सिम कार्ड, मेमोरी कार्ड और अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए थे।
- एनआइए ने बुधवार को महाराष्ट्र में 13 स्थानों पर छापेमारी की
- अपनी एफआइआर में एजेंसी ने अमरावती कांड को आतंकी घटना बताया है
- हत्याकांड का उद्देश्य समाज के एक वर्ग को आतंकित करना था
- पीएफआइ के अमरावती जिला प्रमुख सोहैल नदवी से भी हुई है पूछताछ
अदालत ने सात आरोपितों को एनआइए की हिरासत में भेजा
समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक विशेष अदालत ने अमरावती हत्याकांड में गिरफ्तार सात आरोपितों को 15 जुलाई तक के लिए एनआइए की हिरासत में भेज दिया है। आरोपितों को गुरुवार सुबह अमरावती से मुंबई लाया गया और एनआइए मामलों के विशेष जज एके लाहोटी के समक्ष पेश किया गया। एजेंसी ने कहा, इस बात के साक्ष्य हैं कि आरोपित आतंकी गतिविधियों में शामिल थे। एनआइए ने 15 दिनों के लिए आरोपितों की हिरासत मांगी।