नई दिल्ली, । देश में बजरंग दल को लेकर सियासी पारा चढ़ने लगा है। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए जारी अपने घोषणापत्र में कांग्रेस ने बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का वादा किया है। कहा जा रहा है कि ऐसा ही कुछ वादा छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार भी कर सकती है।
जरूरत पड़ी तो सोचेंगे: भूपेश बघेल
सीएम बघेल से छत्तीसगढ़ में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने के विचार पर एक सवाल पूछा गया। इस पर बघेल ने कहा, ‘यहां बजरंगियों ने जो गड़बड़ की है, उसको हम लोगों ने ठीक कर दिया है। जरूरत पड़ी तो छत्तीसगढ़ में भी बजरंग दल पर बैन लगाने का सोचेंगे। अभी कर्नाटक की समस्या के हिसाब से वहां बैन करने की बात कही गई है।’
पीएफआई की बजरंग दल से तुलना
गौरतलब है कि कांग्रेस ने मंगलवार को घोषणापत्र जारी करते हुए बजरंग दल की प्रतिबंधित इस्लामिक संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से तुलना की। कांग्रेस ने कहा कि सत्ता में आने पर इस संगठन पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। साथ ही वादा किया गया है कि प्रदेश में जाति एवं धर्म के आधार पर नफरत फैलाने वाले पीएफआई व ऐसे अन्य संगठनों के खिलाफ भी प्रतिबंध लगाने समेत निर्णायक कार्रवाई की जाएगी।
पीएम मोदी ने घेरा
पीएम मोदी ने इस मुद्दे पर कांग्रेस को घेरा। मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने पहले भगवान राम को ताले में बंद किया और अब वह ‘जय बजरंग बली’ का नारा लगाने वालों को ताले में बंद करना चाहती है। मोदी ने कहा,‘आज हनुमान जी की इस पवित्र भूमि को नमन करना मेरा बहुत बड़ा सौभाग्य है और दुर्भाग्य देखिए, मैं आज जब यहां हनुमान जी को नमन करने आया हूं, उसी समय कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में बजरंग बली को ताले में बंद करने का निर्णय लिया है।’ उन्होंने कहा कि यह देश का दुर्भाग्य है कि कांग्रेस पार्टी को प्रभु श्री राम से भी तकलीफ होती है और अब जय बजरंगबली बोलने वालों से भी तकलीफ हो रही है।