- भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड यानी बीसीसीआई (BCCI) दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड है. बीसीसीआई से अनुबंधित क्रिकेटरों की कमाई इतनी होती है जितनी कई देशों की पूरी टीम की कमाई भी नहीं हो पाती. हर साल आयोजित होने वाली दुनिया की सबसे लोकप्रिय टी20 लीग आईपीएल में भी खिलाडि़यों पर जमकर पैसा बरसता है. इंडियन प्रीमियर लीग की नीलामी में करोड़ों रुपये में क्रिकेटर खरीदे जाते हैं. लेकिन एक रिपोर्ट के अनुसार, अगर बिहार के क्रिकेटरों (Bihar Cricketers) की बात करें तो एक दूसरी ही तस्वीर सामने आती है. जिसमें खिलाडि़यों को दो साल से मैच फीस तक नहीं मिली है. आर्थिक तंगी के शिकार ये क्रिकेटर कभी घर में किसी की शादी तो कोरोना वायरस के मरीज के इलाज के लिए पैसों का इंतजाम तक नहीं कर पाते.
दरअसल, इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार बिहार के क्रिकेटरों को दो साल से बीसीसीआई की ओर से मैच फीस नहीं दी गई है. इसके अनुसार बिहार की अंडर-23, अंडर-19 और सीनियर टीम 2019-20 और 2020-21 सीजन की मैच फीस का अब तक इंतजार कर रही है. बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के एक वरिष्ठ अधिकारी की मानें तो मैच फीस लंबित होने की मुख्य वजह राज्य संघ द्वारा जमा किए गए वाउचर्स में गलती होना है. बिहार अंडर-23 टीम के एक सदस्य ने बताया कि उसके बड़े भाई को कोरोना वायरस ने अपनी चपेट में ले लिया है और अब उसे इलाज के खर्च की चिंता सता रही है.