नई दिल्ली, । भारत और पाकिस्तान की टीम जब टी20 वर्ल्ड कप के दौरान एमसीजी के मैदान पर टकराई तो फैंस की उपस्थिति ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। उस मैच के दौरान 90 हजार से अधिक फैंस स्टेडियम में मौजूद थे। दरअसल ऐसा इसलिए था, क्योंकि फैंस को भारत-पाकिस्तान के बीच मुकाबला लंबे इंतजार के बाद देखने को मिलता है।
ये दोनों टीम केवल आईसीसी इवेंट में ही खेलती है। इसलिए हर बोर्ड चाहता है कि ये दोनों टीम आपस में खेले जिससे मोटी कमाई हो सके। यही कारण है कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड यह उम्मीद लगाए बैठे था कि अगले साल जब उसकी मेजबानी में एशिया कप खेला जाएगा तो भारत-पाकिस्तान मुकाबले को कैश किया जाएगा, लेकिन अक्टूबर महीने में बीसीसीआइ ने पीसीबी की इस उम्मीद पर पानी फेर दिया।
अक्टूबर में शुरू हुआ एशिया कप विवाद
अक्टूबर महीने में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के सचिव जय शाह से जब भारतीय टीम के एशिया कप में खेलने को लेकर पाकिस्तान जाने की बात पर सवाल किया गया तो उन्होंने इसे सिरे से नकार दिया।
उन्होंने कहा कि भारतीय टीम एशिया कप खेलने के लिए पाकिस्तान नहीं जाएगी और बीसीसीआइ इसे न्यूट्रल वेन्यू पर कराने की योजना बना रहा है। आपको बता दें कि जय शाह बीसीसीआइ सचिव के अलावा एशियन क्रिकेट काउंसिल के अध्यक्ष भी हैं। बीसीसीआइ सचिव के इस बयान के बाद दोनों बोर्ड में क्रिया और प्रतिक्रिया का दौर शुरू हो गया।
एशिया कप विवाद में कूदा पीसीबी
बीसीआइ के इस बयान पर उस वक्त पीसीबी की तरफ से प्रतिक्रिया आई कि जय शाह ने एसीसी के बाकी सदस्यों से बिना पूछे, यह बयान दिया जोकि ठीक नहीं है। साथ ही उनकी तरफ से यह भी कहा गया कि वह इस मुद्दे को लेकर एशियन क्रिकेट काउंसिल में बैठक करेंगे।
वर्ल्ड कप न खेलने की दी धमकी
जब पीसीबी की तरफ से बात नहीं बनी तो उस वक्त के अध्यक्ष रमीज राजा ने एक नई धमकी दी। उन्होंने कहा “यदि टीम इंडिया एशिया कप खेलने पाकिस्तान नहीं आएगी तो पाकिस्तान भी गले ल भारत की मेजबानी में होने वाले वर्ल्ड कप का बहिष्कार करेगा।
झूठी निकली रमीज राजा की धमकी
हालांकि, इस एशिया कप विवाद को लेकर पीसीबी द्वारा वर्ल्ड कप में न आने की धमकी झूठी निकली, क्योंकि खुद रमीज ने खुलासा किया कि वह इस मुद्दे को लेकर आइसीसी में नहीं गए थे और केवल बीसीसीआइ पर दबाव बनान चाहते थे।
सरकार का निर्णय अंतिम
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की बात हो या पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की दोनों ने आखिरकार माना कि इस पूरे मसले पर अंतिम निर्णय सरकार का होगा। पहले बीसीसीआइ अध्यक्ष रोजर बिन्नी ने कहा था कि यह सुरक्षा का मामला है और भारत सरकार इस पर अंतिम निर्णय लेगी तो वहीं पीसीबी के नए चेयरमैन नजम सेठी ने भी कह दिया है कि पाकिस्तान अगले साल वर्ल्ड कप खेलने भारत जाएगा या नहीं इसका फैसला सरकार के हाथ में है।
आपको बता दें भारत ने आखिरी बार पाकिस्तान का दौरा 2008 में किया था, जबकि पाकिस्तान की टीम 2016 में टी20 वर्ल्ड कप खेलने आखिरी बार भारत आई थी। हालांकि, दोनों टीम आईसीसी इवेंट में लगातार खेलते रहती है।