- तेजस्वी यादव ने एससी/एसटी की स्कॉलरशिप को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सवाल उठाया है. कहा कि अधिकारी नीतीश कुमार को सच्चाई से रूबरू नहीं कराते हैं.
पटनाः नीतीश सरकार ने बीते पांच वर्षों से एससी/एसटी की स्कॉलरशिप बंद कर लाखों गरीब छात्रों का भविष्य बर्बाद कर दिया है. मुख्यमंत्री से पूछने पर पर वह पूर्णत: अनभिज्ञता प्रकट करेंगे. बाकी प्रदेशों में केंद्र समर्थित यह स्कॉलरशिप कैसे मिल रही है? यह बातें बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बयान जारी कर कही और नीतीश कुमार पर छात्रों के भविष्य को लेकर सवाल उठाए हैं.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि उन्हें पोर्टल्स से संबंधित तकनीकी ज्ञान नहीं है, शायद यही कारण है कि अधिकारी उन्हें सच्चाई से रूबरू नहीं कराते हैं और स्कॉलरशिप नहीं देने के बहाने तलाशते रहते हैं. अधिकारियों से अधिक दोषी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मानते हैं. उन्होंने मांग करते हुए कहा कि अविलंब छात्रवृत्ति का पैसा गरीब छात्रों में बांटा जाए.
जरूरतमंद छात्रों को नहीं मिल सकी छात्रवृत्तिः तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने कहा कि सीएम की काल-कोठरी के अधिकारी मानसिक रूप से वंचित वर्गों और उनके कल्याण संबंधित योजनाओं व उनके क्रियान्वयन के धुर-विरोधी हैं. अनुसूचित जाति/जनजाति कल्याण विभाग बिहार, छात्रवृत्ति बांटने का नोडल विभाग है. कहा कि 2017 में उनके उपमुख्यमंत्री रहते पिछड़ा/अतिपिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग मेरे अधीन था जिसके नोडल एससी/एसटी विभाग के अधिकारी मुख्यमंत्री सचिवालय के अधिकारियों के निर्देश पर वंचित वर्गों के छात्रों को स्कॉलरशिप देने में अड़चनें पैदा कर रहे थे.