राष्ट्रप्रेम, देशभक्ति एवं समाजके प्रति समर्पण भाव राजर्षि राष्ट्ररत्न शिवप्रसादजीके जीवनके हर तन्तुमें विद्यमान रही है। आपने पराधीनताके बन्धनको तोड़नेके लिए जो संघर्ष किया और जितना कष्टï झेला, उसकी मिसाल मिलना कठिन है। जीवनके घनघोर संकटके समय भी आप सत्य, न्याय और देशप्रेमकी भावनासे विचलित नहीं हुए। एक ओर जहां विदेशी सत्ताको उखाड़ फेंकनेके लिए […]
सम्पादकीय
आध्यात्मिकताका लक्ष्य
आध्यात्मिकता और राजनीति दोनोंका ही मानवता एवं मानवके साथ गहरा संबंध है। राजनीतिका उद्देश्य सुशासन लाना और भौतिक एवं भावानात्मक सुविधाओंको जनतातक पहुंचाना है। वहीं आध्यात्मिकताका लक्ष्य नैतिकता एवं मानवीय मूल्योंको बढ़ाना है। किसी भी देशकी समृद्धि एवं विकासके लिए राजनीति एवं आध्यात्मिकताका एक साथ चलना अति आवश्यक है। सुशासन एवं अच्छे प्रजातंत्रके लिए आध्यात्मिकताका […]
नालन्दा फिर जीवन्त
पूरे विश्वमें शिक्षाके प्रमुख केन्द्रके रूपमें प्रतिष्ठिïत बिहारके राजगीरके निकट स्थित नालन्दा विश्वविद्यालय आठ सौ वर्षोंके बाद पुन: जीवन्त हो उठा है। १७ देशोंके सहयोगसे भारत सरकारने नालन्दा विश्वविद्यालयके नये परिवारका निर्माण कराया है, जिसका प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदीने बुधवारको एक भव्य समारोहमें लोकार्पण कर पूरी दुनियाको नया सन्देश भी दिया है। नालन्दा विश्वविद्यालयका नया […]
जंगलोंको बचानेकी जरूरत
ब्रह्मïांडमें प्राकृतिक दुनियाकी सबसे बेशकीमती एवं खूबसूरत संपदा पेड़-पौधोंसे लबरेज वन हैं। प्राचीन कालसे वन्य क्षेत्र जंगली जानवरों एवं मानवताके लिए अनमोल प्राकृतिक संसाधन रहे हैं। देशकी सियासत एवं तमाम इंतजामिया हालमें संपन्न हुए लोकसभा चुनावोंमें मशगूल थे, परन्तु हिमाचल सहित कई अन्य राज्योंमें जंगल दावानलकी चपेटमें आ चुके थे। नब्बे प्रतिशतसे अधिक जैव विविधता […]
हकीकतसे अनजान केन्द्र सरकार
केन्द्र की भाजपा सरकार विभिन्न क्षेत्रोंमें विश्व सूचकांकमें भारतके लगातार गिरते ग्राफकी उपेक्षा करती रही है। केन्द्र सरकारने देशकी तरक्कीको लेकर जो सब्जबाग दिखाये हैं, उसकी हकीकतका आईना विश्व सूचकांकमें ग्लोबल जेंडर गैपके आंकड़ोंको देखनेसे पता चलता है। ग्लोबल जेंडर गैपकी ताजा रिपोर्टमें भारत नीचेकी ओर फिसल गया। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम द्वारा जारी ग्लोबल जेंडर […]
नीट यूजी विवाद: कटघरे में एनटीए
नीट यूजी विवादमें मेडिकल प्रवेश परीक्षा लेनेवाली नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) स्वयं कटघरेमें है, जिससे परीक्षाकी पवित्रता और निष्पक्षता प्रभावित हुई है। कुछ दिन पूर्व केन्द्रीय शिक्षामंत्री धर्मेन्द्र प्रधानने स्वीकार किया था कि परीक्षामें कुछ गड़बड़ी हुई है और एनटीएको अपनी कार्यशैलीमें सुधार करनेकी जरूरत है। प्रधानने यह भी आश्वस्त किया था कि इस […]
भारी जल संकट
महोदय,-इन दिनों जहां एक ओर देशके अधिकांश हिस्सोंमें भारी गर्मी पड़ रही है, वहीं राजधानी दिल्लीके अलावा पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, तमिलनाडु, कर्नाटक, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलगांना, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा आदि राज्य पानीकी भारी कमीसे जूझ रहे हैं। दिल्ली सरकार द्वारा पड़ोसी राज्योंसे पानीकी गुहार लगायी जा रही है […]
Emergency in India 48 साल बाद आज भी याद कर सिहर जाती है रूह इमरजेंसी की यातनाएं सहने वाले लोगों की कहानी
लखनऊ, । 25 जून 1975 की तारीख भारतीय इतिहास का वो काला दिन है जिसे भुलाया नहीं जा सकता था। हमारे इस पूर्वजों ने इस काले दिन को जिया.. हम इसके काले अध्याय की काली कहानियों को याद कर रहे हैं और हमारी आने वाली पीढ़ी इन्हीं कहानियों को इतिहास के रूप में पढ़ती जाएगी। […]
विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस: अपनी पत्रकारिता के दम पर अपना नाम बनाया और एक मुकाम
नई दिल्ली, । पत्रकारिता को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता है। वहीं, भारत में भी अक्सर प्रेस की स्वतंत्रता को लेकर चर्चा होती रहती है। पत्रकारिता करना एक बेहद जोखिमभरा काम है। कई बार पत्रकारिता करते हुए पत्रकारों पर हमले हो जाते हैं। इसके कई उदाहरण दुनियाभर में सामने आ चुके हैं। सच को […]
साकार होता स्वामी विवेकानंद का सपना, उनके ही विचारों से ओतप्रोत हैं पीएम मोदी द्वारा प्रवर्तित पांचों संकल्प
जी. किशन रेड्डी : संयुक्त राष्ट्र के निर्णय के अनुसार 1984 को ‘अंतरराष्ट्रीय युवा वर्ष’ घोषित किया गया। इसके महत्व पर विचार करते हुए भारत सरकार ने घोषणा की कि 1984 से 12 जनवरी यानी स्वामी विवेकानंद की जन्म-जयंती के दिन को ‘राष्ट्रीय युवा दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा। वस्तुत:, स्वामी विवेकानंद वह विश्वव्यापी […]