नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनाव के लिए सरगर्मियां तेज हो गई है। अध्यक्ष पद के उम्मीदवार शशि थरूर ने मल्लिकार्जुन खड़गे से बहस की पैरवी करने के बाद सोमवार को कहा कि वह खड़गे की इस बात से सहमत हैं कि दोनों को एक-दूसरे से नहीं, बल्कि भाजपा से लड़ना है।
शशि थरूर ने ट्वीट करते हुए लिखा कि मैं खड़गे जी से सहमत हूं कि कांग्रेस में हम सभी लोगों को एक दूसरे की बजाय भाजपा से मुकाबला करना है। हमारे बीच कोई वैचारिक मतभेद नहीं है। इसके साथ ही थरूर ने कहा कि कोई G-23 जैसा कोई समूह नहीं है, यह सब मीडिया का विचार था।
लोकसभा सदस्य थरूर ने कहा 17 अक्टूबर को मतदान करने वाले हमारे साथियों को सिर्फ यह तय करना है कि इसे (भाजपा के खिलाफ लड़ाई) कैसे सर्वाधिक प्रभावी ढंग से किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यह चुनाव इस बारे में है कि कैसे कांग्रेस को आज की सत्तारूढ़ सरकार, जो कि भाजपा है, का मुकाबला करने के लिए सबसे अच्छी तरह सुसज्जित किया जाए। हम 2 चुनाव हारे हैं। हमें एक नए सिरे से मजबूत कांग्रेस पार्टी की जरूरत है, जहां यह इस चुनौती से निपटने के लिए प्रभावी व्यवस्था बन सके।
थरूर ने रविवार को कहा था कि वह मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ सार्वजनिक बहस के लिए तैयार हैं, क्योंकि इससे लोगों की पार्टी में उसी तरह से दिलचस्पी पैदा होगी, जैसे कि हाल में ब्रिटेन में कंजरवेटिव पार्टी के नेतृत्व पद के चुनाव को लेकर हुई थी।
उनकी इस टिप्पणी पर खड़गे ने कहा था कि उन्हें और थरूर को भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के खिलाफ मिलकर लड़ना है। खड़गे का यह भी कहना था कि उन्हें और थरूर को महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों के साथ ही भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की विचारधारा के खिलाफ मिलकर काम करना है।