News TOP STORIES अन्तर्राष्ट्रीय नयी दिल्ली राष्ट्रीय

COP-26: पीएम मोदी का अहम एलान, कहा- 2070 तक भारत हो जाएगा नेट जीरो उत्सर्जन राष्ट्र


COP-26 Climate Summit पीएम मोदी ने भारत समेत विकासशील देशों के किसानों के लिए होने वाली चुनौती का मुद्दा उठाया। उन्होंने भारत के जलवायु कार्रवाई एजेंडा के बारे में और इस क्षेत्र में उठाए गए श्रेष्ठ कदमों और उपलब्धियों को लेकर जानकारी दी।

नई दिल्ली  भारत ने वर्ष 2070 तक अपने देश में नेट जीरो इमिशन लक्ष्य हासिल करने की घोषणा की है। ब्रिटेन के शहर ग्लासगो में विश्व जलवायु परिवर्तन पर चल रही वैश्विक बैठक काप-26 में पीएम नरेन्द्र मोदी ने इसका एलान कर भारत को पहला विकासशील देश बना दिया है जिसने पर्यावरण सुरक्षा को लेकर इस तरह का साहसिक कदम उठाया हो। इस एलान का सीधा सा मतलब यह है कि अगले 49 वर्षों में भारत प्रदूषण करने वाले सारे ऊर्जा संसाधनों जैसे पेट्रोल, डीजल, कोयला व गैस का उपयोग पूरी तरह से बंद कर देगा और इसकी जगह स्वच्छ रिनीवेबल (अपारंपरिक स्त्रोतों से बनने वाली बिजली) ऊर्जा साधनों का ही उपयोग करेगा। इस एलान के साथ ही पीएम मोदी ने विकसित देशों को यह भी कहा कि उन्हें पर्यावरण अनुकूल तकनीकी के हस्तांतरण व इसके इस्तेमाल के लिए वित्त मुहैया कराने को लेकर भी ज्यादा उदारता दिखानी होगी।

पीएम मोदी ने भारत के लिए नेट जीरो इमिशन लक्ष्य की घोषणा कर दुनिया के तमाम विकासशील देशों को एक राह भी दिखाई है। इसके पहले इस सम्मेलन में ही पर्यावरण परिवर्तन से विकासशील देशों के किसानों की चुनौतियों का मुद्दा भी पीएम मोदी ने उठाया। अभी तक अमेरिका, आस्ट्रेलिया, ब्रिटेन व दूसरे विकसित देशों ने वर्ष 2050 तक नेट जीरो इमिशन का लक्ष्य रखा है। जबकि चीन ने वर्ष 2060 का लक्ष्य रखा है। विकसित देशों की तरफ से भारत पर भी वर्ष 2050 का ही लक्ष्य तय करने का दबाव था। बहरहाल, पीएम मोदी ने वर्ष 2070 का लक्ष्य रखने के साथ ही इसे किस तरह से हासिल किया जाएगा, इसका भी एक रोडमैप दिया है।

पीएम मोदी ने कहा कि मैं भारत की ओर से, इस चुनौती से निपटने के लिए पांच अमृत तत्व रखना चाहता हूं, पंचामृत की सौगात देना चाहता हूं।

पहला- भारत, 2030 तक अपनी Non-Fossil Energy Capacity को 500 गीगावाट तक पहुंचाएगा।

दूसरा- भारत, 2030 तक अपनी 50 फीसद energy requirements, renewable energy से पूरी करेगा।

तीसरा- भारत अब से लेकर 2030 तक के कुल प्रोजेक्टेड कार्बन एमिशन में एक बिलियन टन की कमी करेगा।चौथा- 2030 तक भारत, अपनी अर्थव्यवस्था की कार्बन इंटेन्सिटी को 45 फीसद से भी कम करेगा।

पांचवा- वर्ष 2070 तक भारत, नेट जीरो का लक्ष्य हासिल करेगा। कहा कि आज मैं आपके बीच उस भूमि का प्रतिनिधित्व कर रहा हूं जिस भूमि ने हजारों वर्षों पहले ये मंत्र दिया था ‘संगच्छध्वं संवदध्वं सं वो मनांसि जानताम्’ आज 21वीं सदी में ये मंत्र और भी ज्यादा प्रासंगिक हो गया है।