नई दिल्ली। सीआरपीएफ शिविरों में मौजूद जवानों का ध्यान भटकाने के लिए नक्सली पटाखों और अगरबत्तियों का इस्तेमाल कर रहे हैं, ताकि वे फिर रॉकेटों और राइफलों से हमले कर सकें। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि उनका यह अनोखा तरीका तेलंगाना में कोठागुडेम जिले में सीआरपीएफ के पुसुगुप्पा शिविर के समीप संज्ञान में आया है।
सीआरपीएफ कैंप पर नक्सली हमलों को लेकर चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। पता चला है कि नक्सली जवानों का ध्यान भटकाने के लिए पटाखों और अगरबत्तियों का इस्तेमाल कर रहे हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि उनका यह अनोखा तरीका तेलंगाना में कोठागुडेम जिले में सीआरपीएफ के पुसुगुप्पा शिविर के समीप संज्ञान में आया है। फिलहाल इसकी जांच की जा रही है।
नक्सल विरोधी अभियान में शामिल एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उस दिन अंधेरा होते ही शाम 6.30 बजे तेलंगाना-छत्तीसगढ़ सीमा से लगे शिविर में मौजूद जवान वहां से 200 मीटर दूर धमाकों की आवाज व उसके बाद निकले धुएं से चौकन्ने हो गए थे। घने जंगल में नक्सली हमले की आशंका से जवानों ने पोजिशन ले ली। जल्द ही छिपे हुए नक्सलियों की ओर से फायरिंग व ग्रेनेड के धमाकों की आवाज गूंजने लगी। जवानों ने भी जवाबी फायरिंग की और फिर नक्सली भाग गए।