मेरठ, मेरठ के परीक्षितगढ़ थाना क्षेत्र के गांव खजूरी में दीपक त्यागी की गला काटकर हत्या के मामले में पिता ने अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी। उधर, पुलिस सारी रात नाले में सिर तलाशती रही। हत्या के तरीके को देखकर पुलिस मान रही है कि हत्यारोपित दूसरे गांव से जुड़े हो सकते है। ऐसे में पुलिस ने अहमदपुर बढ़ला के छह लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी।
अचानक गायब हो गया था दीपक
खजूरी निवासी धीरेंद्र उर्फ भगतजी के चार बेटी व दो लड़कों में दीपक त्यागी सबसे छोटा था। वह नौकर के साथ खेत पर चारा लेने गया था। हालांकि वह कुछ समय देर वापस आ गया लेकिन उसके बाद अचानक गायब हो गया। स्वजन ने आसपास खोजा भी लेकिन सुराग नहीं लगा। मंगलवार सुबह करीब 7 बजे गांव के ही मुनकाद अपने भाई के साथ खेत पर चारा लेने गया था।
रोड जाम कर दिया था
जैसे ही वह वहां पहुंचे तो चकरोड में खून देख कर रुक गए। खून की बूंदे देखकर पीछा किया तो 20 मीटर दूर गन्ने के खेत में गर्दन कटा युवक का शव मिला था। सिर बरामदगी को लेकर लोगों ने रोड जाम कर दिया था। जल शक्ति राज्य मंत्री के आश्वासन पर जाम खुला था।
एसएसपी ने 24 घंटे का समय लिया
एसएसपी रोहित साजवान ने सिर बरामदगी को 24 घंटे का समय लिया था। जिसके मद्देनजर पुलिस लोगों की मदद से सारी रात नाले में सिर खोजती रही लेकिन नहीं मिला। उक्त मामले में मृतक के पिता ने अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। थाना प्रभारी सुचिता सिंह ने बताया कि सिर बरामदगी को लेकर दो टीमें गठित की गई है। एक टीम नाले में सिर ताला से यह तो दूसरी टीम गन्ने के खेत में तलाशी करेगी।
मुस्लिम समुदाय में काफी था आना जाना
बता दें कि खजुरी और अहमदपुर बढ़ला गांव के लोगों के खेत आपस में जुड़े हुए है। दीपक त्यागी के खेत भी अहमदपुर बढ़ला की सीमा से जुड़े हुए है। यही कारण है कि उनके खेतों में ज्यादातर कर्मचारी अहमदपुर बढ़ला गांव से आते थे। इतना ही नहीं वहां के मुस्लिम समुदाय में दीपक का काफी आना जाना भी था। यही कारण है कि पुलिस मान रही है कि दीपक हत्याकांड के तार अहमदपुर बढ़ला गांव से जुड़े हुए है। साथ ही हत्या भी पशुओं की गर्दन काटने वाले छूरे से की गई है। ऐसे में पुलिस ने कुछ नाम चिन्हित किए है, जिनकी धरपकड़ की जा रही है।
पुलिस की टीमों को लगाया गया
वहीं एसएसपी रोहित सजवाण का कहना है कि पुलिस चार लाइनों पर काम कर रही है। सभी लाइनों पर अलग-अलग टीमों को लगाया हुआ है। मुखबिरी तंत्र के आधार पुलिस की सभी टीमों को लगाया हुआ है। परिवार के अंतिम संस्कार करने से इन्कार कर दिया। उसके बाद एसएसपी रोहित सजवाण और एसपी देहात केशव कुमार ने थाने पर ही डेरा डाल दिया है। क्राइम ब्रांच और स्थानीय पुलिस को लगाकर हत्या का पर्दाफाश करने का प्रयास किया जा रहा है।