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Delhi: अपनी मांगों को लेकर कृषि मंत्री से मिला किसान मोर्चा का प्रतिनिधिमंडल


नई दिल्ली, । अपनी मांगों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से आयोजित किसान महापंचायत खत्म हो गई है। इस महापंचायत में भाग लेने के लिए विभिन्न राज्यों से हजारों किसान रामलीला मैदान पहुंचे थे। किसान नेताओं ने इस महापंचायत में 50 हजार लोगों के पहुंचने का दावा किया, लेकिन मैदान में भीड़ कम होने के चलते किसान नेता थोड़े नाखुश नजर आ रहे थे।  

कृषि मत्री से मिला किसानों का प्रतिनिधिमंडल: टिकैत

संयुक्त किसान मोर्चा के प्रमुख नेता राकेश टिकैट ने बताया कि किसान मोर्चा का एक प्रतिनिधिमंडल अपनी मांगों को लेकर कृषि मंत्री से मिला। यह मुलाकात करीब एक घंटे तक चली। अब मोर्चा की अगली बैठक 30 अप्रैल को होगी। वहीं, जब टिकैत से महापंचायत में कम भीड़ को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने गोलमोल जवाब देते हुए अपनी बात खत्म कर दी।

बॉर्डर पर रोक जा रहे हैं किसान

संयुक्त किसान मोर्चा का दावा था कि इस महापंचायत में देश के अलग-अलग राज्यों से 50 हजार से ज्यादा किसान शामिल होंगे, लेकिन यहां मुश्किल से पांच छह हजार किसान ही पहुंचे हैं। रामलीला मैदान खाली पड़ा है। इसे देखते हुए मोर्चा के नेता कह रहे हैं की पिछले दिनों हुई ओलावृष्टि के कारण किसानों को काफी नुकसान हुआ है। इस कारण काफी किसान आ नहीं पाए। वहीं,यह भी दावा कर रहे हैं कि किसानों को बॉर्डर पर रोका जा रहा है। इसलिए भीड़ नहीं जुटी।

वापस लौटने लगे किसान

वहीं, किसान महापंचायत अभी पूरी तरह से शुरू भी नहीं हो पाई है। इसके प्रमुख नेता राकेश टिकैत ने अभी पंचायत को संबोधित भी नहीं किया है और किसान अभी से वापस जाने लगे हैं रामलीला मैदान के बाहर बस स्टॉप और ऑटो स्टैंड पर वापस जाने वाले किसानों की भीड़ लगी हुई है। वे आटो और बस पकड़-पकड़ कर रेलवे स्टेशन और बस स्टेशन की तरफ जा रहे हैं।

एसकेएम नेताओं ने आरोप लगाया है की केंद्र सरकार के कॉर्पोरेट-समर्थक विकास के कारण किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य नहीं मिल रहा है। एमएसपी पर गारंटी की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने यह  महापंचायत आयोजित की है। इसमें किसान, आदिवासी किसान, महिला किसान, खेत मजदूर और प्रवासी मजदूर, ग्रामीण श्रमिक आदि शामिल हो रहे हैं।

किसान महापंचायत केंद्र सरकार से संयुक्त किसान मोर्चा को 9 दिसंबर, 2021 को दिए गए लिखित आश्वासनों को पूरा करने और किसानों द्वारा सामना किए जा रहे लगातार बढ़ते संकट के समाधान के लिए प्रभावी कदम उठाने की मांग को लेकर किया जा रहा है।

रात में ही पहुंच गए थे करीब 1 हजार किसान

किसान महापंचायत में भाग लेने के लिए करीब एक हजार किसान रात में ही रामलीला मैदान में पहुंच गए थे। उनके लिए यहां टेंट लगाया गया था जिसमें वे रुके थे। ज्यादातर किसान पंजाब से आए हैं। इसके अलावा दावा किया जा रहा है कि उत्तराखंड, महाराष्ट्र, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के किसान भी बड़ी संख्या में आए हैं।