नई दिल्ली,दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कुख्यात गैंगस्टर जितेंद्र उर्फ गोगी गिरोह के शूटर प्रदीप यादव को गिरफ्तार कर लिया है। वह कुख्यात दिनेश कराला का भी सक्रिय सहयाेगी है। अमन विहार में एक घर में घुसकर फायरिंग करने व हत्या के प्रयास सहित दो मामलों में वांछित था।
रोहिणी जेल में गोगी की हत्या कर दिए जाने के बाद दीपक बाक्सर के साथ मिलकर प्रदीप गिरोह को संभाल रहा है। इसपर दिल्ली पुलिस की तरफ से 50 हजार का ईनाम था। बदमाश के पास से प्वाइंट 32 बोर की एक सेमी-आटोमैटिक पिस्टल दो कारतूस बरामद किए गए हैं।
पुलिस को लंबे वक्त से थी तलाश
डीसीपी प्रमोद सिंह कुशवाहा के मुताबिक प्रदीप यादव घेवरा का रहने वाला है लेकिन कई सालों से वह कराला में रह रहा था। वह हत्या, हत्या के प्रयास, फायरिंग, डकैती, आपराधिक धमकी और आर्म्स एक्ट आदि कई मामले में शामिल है। एसीपी अतर सिंह, इंस्पेक्टर रंजीत सिंह व सतविंदर के नेतृत्व में पुलिस टीम ने 19 नवंबर को प्रदीप यादव को घेवरा क्षेत्र से गिरफ्तार किया।
अमन विहार में एक परिवार के साथ की मारपीट
गिरफ्तारी के दौरान वह सेलेरियो कार से किसी से मिलने वहां आया था। पुलिस टीम ने जब उसे समर्पण करने को कहा तब उसने पिस्टल निकाल ली और गोली चला देने की धमकी दी लेकिन पुलिस टीम ने उसे दबोच लिया। पुलिस का कहना है कि पिछले डेढ़ साल से बेल जंप कर फरार चल रहा था। पिछले साल 14 फरवरी की रात प्रदीप अपने भाई योगेश समेत चार-पांच अन्य बदमाशों के साथ अमन विहार में संजय नाम के व्यक्ति के घर में घुस गया था। बदमाशों ने संजय व उसके परिवार के सभी सदस्यों की पिटाई की थी।
कई अपराधों को दे चुका है अंजाम
फरार रहने पर कोर्ट ने बीते सितंबर को प्रदीप के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया था। 30 अप्रैल 2019 को एक घटना में प्रदीप ने अपने साथियों के साथ मिलकर अमन विहार में एक बस लूट ली थी। 2012 में उसने कंझावला में अपने साथियों के साथ मिलकर पैसों के विवाद में एक दुकानदार की बेरहमी से पिटाई कर दी थी। प्रदीप पहले चालक की नौकरी करता था। दिनेश कराला के संपर्क में आने के बाद उसने चालक की नौकरी छोड़ दी थी और आपराधिक वारदात करना शुरू कर दिया था।