नई दिल्ली, । दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनिता केजरीवाल कोर्ट के झमेले में फंस गई हैं। दिल्ली की एक अदालत ने मुख्यमंत्री की पत्नी को समन जारी किया है। दो विधानसभा क्षेत्रों की मतदाता सूची में सुनिता केजरीवाल का नाम होने पर कोर्ट की तरफ से समन जारी किया गया है।
हरीश खुराना की अर्जी पर केजरीवाल की पत्नी तलब
मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट अरजिंदर कौर ने भाजपा नेता हरीश खुराना की अर्जी पर 18 नवंबर को अरविंद केजरीवाल की पत्नी को तलब किया है। भाजपा नेता ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि सीएम केजरीवाल की पत्नी सुनिता केजरीवाल ने जन प्रतिनिधित्व अधिनियम का उल्लघंन किया है।
दिल्ली की अदालत ने अपने 29 अगस्त के आदेश में कहा, “शिकायतकर्ता और अन्य गवाहों की गवाही पर विचार करने के बाद न्यायालय की की राय है कि धारा 31 के तहत दंडनीय अपराधों के कथित कमीशन के लिए प्रथम दृष्टया आरोपी व्यक्ति सुनीता केजरीवाल के खिलाफ मामला बनता है। इसलिए आरोपियों को बुलाया जाए।”
दो विधानसभा की मतदाता सूची में नाम
भाजपा नेता खुराना ने दावा किया कि सुनीता केजरीवाल को यूपी के साहिबाबाद विधानसभा क्षेत्र (संसदीय क्षेत्र गाजियाबाद) और दिल्ली के चांदनी चौक विधानसभा क्षेत्र की मतदाता सूची में मतदाता के रूप में पंजीकृत किया गया था, जो जन प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 17 (किसी भी व्यक्ति को इससे अधिक मतदाता सूची में पंजीकृत नहीं किया जाना) का उल्लंघन था।
उन्होंने दावा किया कि वह अधिनियम की धारा 31 के तहत अपराधों के लिए दंडित होने की हकदार हैं, जो झूठी घोषणाएं करने से संबंधित है। बता दें कि इस अपराध के लिए अधिकतम दो साल की कैद की सजा का प्रावधान है।