नई दिल्ली। दिल्ली में जल संकट से निपटने के लिए दिल्ली जल बोर्ड ने एक बड़ा फैसला लेते हुए कहा कि अब कोई भी व्यक्ति पानी का दुरुपयोग करते हुए पकड़ा जाता है तो उससे 200 हजार रुपये का चालान वसूला जाएगा।
बता दें दिल्ली में अभी तक दिन में दो बार पानी की आपूर्ति की जाती थी, जो अब एक बार ही की जाएगी। दिल्ली सरकार के मुताबिक हरियाणा से पर्याप्त पानी नहीं मिलने की वजह से यह फैसला लिया गया है।
इन चीजों पर कटेगा चालान
- पाइप के जरिये गाड़ी धोना।
- पानी के टैंक का ओवरफ्लो होना।
- घरेलू पानी के कनेक्शंस के जरिये कॉमर्शियल प्रयोग करना या फिर कंस्ट्रक्शन साइट्स पर इस्तेमाल करना।
दिल्ली सरकार की जल मंत्री आतिशी ने जल बोर्ड के सीईओ को जारी किए निर्देश।
200 टीमें गठित करने के दिए आदेश।
इस वर्ष कितना गिरा जल स्तर?
साल 2023 के अप्रैल, मई और जून में वजीराबाद में जल स्तर 674.5 फीट पर था। अगर इस साल की बात करें तो एक मई से ही हरियाणा ने दिल्ली के हिस्से का पानी देना कम कर दिया। जिस कारण से यमुना का जल स्तर लगातार गिर रहा है।
एक मई को वजीराबाद का जल स्तर 674.5 फीट था। जो मात्र एक सप्ताह के भीतर यह गिरकर 672 फीट पर आ गया था। 20 मई को 671, 24 मई को 670.2 और 28 मई को गिरकर 669.8 फीट पर पहुंच गया है।
लोग पानी को न करें बर्बाद, की गई अपील
दिल्ली की जल मंत्री आतिशी (Delhi Water Minister Atishi) ने कहा कि समस्या कम करने के लिए 14 घंटे तक बोरवेल चल रहे हैं। जबकि पहले छह से सात घंटे ही चलाया जाता था। वाटर टैंकर की संख्या बढ़ाई गई है। उन्होंने गाड़ी धोने, पानी का मोटर चलाकर छोड़ देने जैसे अन्य तरह से पानी बर्बादी न करने की लोगों से अपील की है।
दिल्ली के इन इलाकों में है पेयजल संकट
रोहिणी, बेगमपुर, इंद्र एन्क्लेव, रोहिणी सेक्टर-24 स्थित पाकेट-8,16,12,11 व 18, बेगम विहार, बेगमपुर, बेगमपुर गांव, राजीव नगर व कैलाश विहार में पानी की दिक्कत है। सुल्तानपुरी, मंगोलपुरी व जहांगीरपुरी के कुछ हिस्से में गंदे पानी की आपूर्ति हो रही है।
यमुनापार के न्यू माडर्न शाहदरा, न्यू अशोक नगर, चिल्ला गांव, मध्य दिल्ली के सराय रोहिल्ला, मानकपुरा, डोलीवालान, प्रभात रोड, रैगरपुरा, बीडनपुरा, देव नगर, बापा नगर, नाइवालान, बलजीत नगर, रणजीत नगर, दक्षिणी पटेल नगर, ईस्ट पटेल नगर में जल आपूर्ति प्रभावित है। दक्षिणी दिल्ली के ओखला के फेज-2 में संजय कालोनी, संगम विहार, देवली में पानी की आपूर्ति नियमित नहीं है।