नई दिल्ली, : दिल्ली महिला आयोग ने दिल्ली के प्रीत विहार इलाके में एक स्पा में महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में दिल्ली पुलिस को समन भेजा है। दिल्ली महिला आयोग ने प्राथमिकी दर्ज नहीं करने, विसरा नमूना एफएसएल को नहीं भेजने के कारणों, लापरवाही के लिए जिम्मेदार अधिकारी (अधिकारियों) का विवरण, प्राथमिकी दर्ज करने में विफल रहने और समय पर नमूना नहीं भेजने के लिए उनके खिलाफ की गई कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है।
नौकरी के पहले दिन पिलाया तरल पदार्थ
बता दें कि महिला बतौर स्पा थेरेपिस्ट रविवार 04.09.2022 के दिन सपा में नौकरी करने आई थी। नौकरी के पहले ही दिन उसे कुछ तरल पदार्थ पीने के लिए दिया गया था, जिसके बाद उसे उल्टी होने लगी थी। उसे अस्पताल ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। इसके बाद स्पा को करीब 9 महीने पहले दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने के लिए सील कर दिया गया था, लेकिन दोबारा इसमें काम शुरू कर दिया गया।
प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की
इस मामले में प्रीत विहार के थाना प्रभारी से 06.09.2022 को कार्रवाई रिपोर्ट मांगी गई थी। उन्होंने बताया कि इस मामले में कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद आयोग ने अरुणा आसफ अली अस्पताल को एक नोटिस जारी किया था, जिसमें बताया गया था कि मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट पहले ही दिल्ली पुलिस को दी जा चुकी है और मृतक की मृत्यु के कारण के बारे में फोरेंसिक साइंस लाइब्रेरी से राय लेने के लिए संरक्षित किया गया है। इसके बाद आयोग ने दिल्ली पुलिस को एक नोटिस भेज कर प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की। पुलिस की ओर से फिर से एक प्रतिक्रिया मिली जिसमें कहा गया कि मृतक का विसरा नमूना अब तक एफएसएल को नहीं भेजा गया है।
डीसीडब्ल्यू की प्रमुख पुलिस से मांगी मामले की रिपोर्ट
वहीं डीसीडब्ल्यू की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने इस मामले में कार्रवाई की मांग करते हुए पूर्वी जिले के डीसीपी को समन जारी किया है। दिल्ली महिला आयोग ने प्राथमिकी दर्ज करने, विसरा नमूना एफएसएल को नहीं भेजने के कारणों, लापरवाही के लिए जिम्मेदार अधिकारी (अधिकारियों) का विवरण, प्राथमिकी दर्ज नहीं करने में विफल रहने और समय पर नमूना नहीं भेजने के लिए उनके खिलाफ की गई कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है।
मामले में सख्त कार्रवाई होनी चाहिए
इस मामले में दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने कड़े शब्दों में कहा कि ‘एक महिला की नौकरी के पहले ही दिन एक स्पा में उसकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो जाती है और दिल्ली पुलिस इस घटना के 2 महीने बीत जाने के बाद भी इस मामले में प्राथमिकी दर्ज नहीं कर पाई है। स्वाति मालीवाल ने कहा की यह एक बेहद गंभीर मुद्दा है क्योंकि इस स्पा को पहले भी बंद कर दिया गया था। उसकी मौत के कारणों की जांच के लिए मामले में प्राथमिकी दर्ज नहीं करना एक बेहद संवेदनशील मामले में पुलिस के आचरण पर कई चिंताएं पैदा करता है। मैंने दिल्ली पुलिस को समन जारी किया है और मामले की गहनता से जांच की जानी चाहिए और उसकी मौत के कारणों का पता लगाया जाना चाहिए। अगर कोई गड़बड़ी हुई है तो मामले में सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।