नई दिल्ली,: नई दिल्ली हवाई अड्डे पर यात्रियों की लगातार बढ़ती भीड़ के मद्देनजर केंद्रीय गृह मंत्रालय आज कुछ जरूरी उपायों की घोषणा कर सकता है। माना जा रहा है कि दिल्ली हवाई अड्डे पर केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के अतिरिक्त 1200 जवानों की तैनाती की जा सकती है। केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने आज दिल्ली हवाई अड्डे पर भीड़ जुटने के मद्देनजर एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। जल्द ही इस बैठक के नतीजों का ऐलान किया जा सकता है।
कई दिनों से यात्री लगातार इस बात शिकायत कर रहे थे कि लोगों को फ्लाइट में सवार होने से पहले चेक-इन और सुरक्षा जांच की प्रक्रिया को पूरा करने में चार घंटे से अधिक समय लग रहा है। आमतौर पर इस काम में दो घंटे से अधिक का समय नहीं लगता। आपको बता कि हवाई अड्डों पर चेकिंग और सुरक्षा जांच की व्यवस्था CISF संभालती है।
बढ़ाई जाएगी सुरक्षाकर्मियों की संख्या
लोगों को भीड़ के मद्देनजर कोई परेशानी न हो, इसके लिए दिल्ली हवाई अड्डे पर सुरक्षाकर्मियों की संख्या बढ़ाई जा सकती है। आपको बता दें कि केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दो दिन पहले दिल्ली हवाई अड्डे का औचक निरीक्षण किया था। उन्होंने सीआईएसएफ और हवाई अड्डा प्रबंधन को जरूरी निदेश दिए थे। उन्होंने कहा था कि सीआईएसएफ जवानों की कोई कमी नहीं है। भीड़ बढ़ने का कारण हाई वेटिंग टाइम था और यह एक “ऑपरेशनल इश्यू” है, जिसकी आमतौर पर उम्मीद कम होती है। समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में उन्होंने कहा कि सीआईएसएफ की तैनाती भी बढ़ाई जा सकती है।
सिक्योरिटी जांच का समय घटा
हवाई अड्डे के अधिकारियों का दावा है कि सुरक्षा लाइनों पर प्रतीक्षा समय घटकर चार मिनट हो गया है। यह पिछले तीन हफ्तों में एक घंटे से अधिक खिंच रहा था। सुरक्षा जांच काउंटर 13 से बढ़कर 17 हो गए हैं। सभी गैरजरूरी बैरिकेड्स भी हटा दिए हैं। सीआईएसएफ की तरफ से हवाई अड्डे की जरूरतों को पूरा करने में पूरा सहयोग किया जा रहा है।
आज होगा अहम फैसला
केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला गुरुवार को दिल्ली हवाई अड्डे की भीड़ पर एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, नागरिक उड्डयन मंत्री के अधिकारी और दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) सहित मामले से जुड़े अन्य लोग बैठक में शामिल हुए।
भारत के सबसे व्यस्त हवाईअड्डे पर हाल के दिनों में विमान छूटने और बोर्डिंग से पहले लंबी लाइनों के बारे में बहुत ये यात्रियों ने शिकायत की है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने पहले एक बयान में कहा था कि वह एयरलाइनों के साथ काम कर रही है ताकि पीक ऑवर्स के दौरान फ्लाइट डिपार्चर को घटाकर 14 कर दिया जाए।