नई दिल्ली, : दिल्ली की साकेत कोर्ट में शुक्रवार (21 अप्रैल) को जिस तरह से एक महिला से निलंबित वकील ने पहले अदालत परिसर के अंदर हाथापाई की फिर उसे दौड़ा-दौड़ाकर गोलियां मारी उसे पूरे देश ने देखा। निलंबित वकील ने महिला को कुल चार गोलियां मारी जिसमें से उसे तीन गोली लगी, दो पेट और एक हाथ में। हालांकि यह पहली बार नहीं है कि दिल्ली की अदालतों में ऐसी आपराधिक घटना हुई हो। बीते 9 साल में कुल सात आपराधिक वारदातें दिल्ली के अलग-अलग अदालतों में हो चुकी हैं, जिसमें एक गैंगस्टर और एक पुलिसवाले की मौत तक हो चुकी है। पढ़ें इन मामलों के बारे में…
दिल्ली की अदालतों में हुई आपराधिक घटनाएं
22 अप्रैल 2022 को रोहिणी कोर्ट में वकील और सुरक्षाकर्मी के बीच बहस के दौरान गोली चली, जिसमें दो वकील घायल हुए। यह घटना करीब एक साल पहले की है। सुबह करीब 8.45 बजे गेट नंबर सात पर एक वकील और उसके मुवक्किल के बीच में बहस हो गई। इसी बीच वहां सुरक्षा में तैनात नगालैंड पुलिस फोर्स के एक जवान ने झगड़ा खत्म कराने के लिए जमीन में एक गोली चला दी। इसके बाद पुलिस को बुलाया गया और अफसर को ले जाया गया।
3 दिसंबर 2022 को अरमान नाम के गैंगस्टर ने कड़कड़डूमा कोर्ट के गेट नंबर चार पर की हवाई फायरिंग। उत्तर प्रदेश (यूपी) पुलिस की मुठभेड़ से बचने के लिए मेरठ के एक बदमाश ने कड़कड़डूमा कोर्ट के बाहर गोली चला दी। गोली चलते ही वहां हड़कंप मच गया। कोर्ट की सुरक्षा में तैनात पुलिस के जवानों ने बदमाश को काबू किया। बदमाश की पहचान मेरठ स्थित हसनपुर गांव निवासी 21 वर्षीय अरमान के रूप में हुई है। पुलिस ने इसके पास से एक पिस्टल भी बरामद की।
9 दिसंबर 2021 को रोहिणी कोर्ट परिसर के अंदर कोर्ट नंबर 102 में बम धमाका हुआ था। कोर्ट रूम नंबर 102 में लैपटाप बैग में कम तीव्रता का विस्फोट हुआ। लैपटाप बैग में टिफिन बम रखा हुआ था। कोर्ट रूम में सुनवाई चल रही थी तभी अचानक ब्लास्ट हो गया। कम क्षमता वाला बम होने के कारण ब्लास्ट के दौरान कोर्ट रूम में मौजूद जज, वकील और तारीख पर आए लोग बाल बाल बच गए। हालांकि विस्फोट में एक नायाब कोर्ट जख्मी हो गए।
24 सितंबर 2021 को रोहिणी कोर्ट में गैंगस्टर जितेंद्र उर्फ गोगी की गोली मारकर हत्या। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दोनों हमलावर ढेर। बदमाशों ने दिल्ली के मोस्ट वॉन्टेड गैंगस्टर जितेंद्र गोगी की भरी अदालत में गोली मारकर हत्या कर दी। इस गैंगवार गैंगस्टर समेत कुल तीन लोगों की जान गई। वहीं करीब चार लोग घायल भी हुए। उस वक्त गोगी पेशी के लिए कोर्ट में आया था, जहां वकील की यूनिफॉर्म में पहले से मौजूद दो बदमाशों ने उस पर फायरिंग की।
3 नवंबर 2019 को तीस हजारी कोर्ट में पार्किंग विवाद में पुलिसकर्मियों और वकीलों में झड़प के दौरान चली गोली वकील को लग गई थी। जिसके बाद जमकर बवाल हुआ था। कोर्ट परिसर घंटे भर से ज्यादा समय तक युद्ध क्षेत्र बना रहा। इस घटना में 20 पुलिसकर्मी, एक एडिशनल डीसीपी, 2 एसएचओ को चोटें आईं। साथ ही आठ वकील चोटिल हुए। 12 प्राइवेट बाइक, एक क्यूआरटी पुलिस जिप्सी और आठ जेल वैन खाक हो गईं।
23 दिसंबर 2015 को चार हमलवारों ने कड़कड़डूमा कोर्ट के अंदर घुसकर फायरिंग की जिसमें गोली लगने से दिल्ली पुलिस के एक जवान की मौत हो गई।