नई दिल्ली। दिल्ली में जल संकट को लेकर जल मंत्री आतिशी ने अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्हें सरकार द्वारा लिए गए निर्णय पर अमल करने का आदेश दिया। बैठक के बाद उन्होंने प्रेसवार्ता कर कहा कि हरियाणा से यमुना में पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं छोड़े जाने के कारण वजीराबाद जलाशय में जल स्तर 670.3 फीट रह गया है।
पानी की कमी (delhi Jal Supply Problem) के कारण वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला जल उपचार संयंत्र क्षमता के अनुसार काम नहीं कर रहे हैं। इससे राजधानी के कई क्षेत्रों में पानी की किल्लत हो रही है। उन्होंने कहा, हरियाणा के साथ ही केंद्र सरकार को पत्र लिखकर दिल्ली को उसके हिस्से का पानी देने की मांग करेंगे। हरियाणा सरकार को पहले भी पत्र लिखा गया है लेकिन अब तक समस्या का समाधान नहीं हुआ है। उन्होंने कहा दिल्ली में जल आपूर्ति यमुना पर निर्भर है।
हरियाणा सरकार (Nayab Singh Saini) की मनमानी से राजधानी में जल संकट हो रहा है। वजीराबाद जलाशय से वजीराबाद डब्ल्यूटीपी के साथ ही चंद्रवाल और ओखला डब्ल्यूटीपी को भी कच्चा पानी मिलता है। इन संयंत्रों को पानी नहीं मिल रहा है। बृहस्पतिवार को भी 50-55 एमजीडी कम पानी है। उन्होंने दावा किया कि दिल्ली में रिसाव के कारण 30 प्रतिशत पानी बर्बाद होता है।
कहा, यह झूठ फैलाया जा रहा है। उन्होंने उपराज्यपाल से दिल्ली के सभी क्षेत्रों में जल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को निर्देश देने की मांग की। बृहस्पतिवार सुबह उन्होंने वजीराबाद जलाशय व डब्ल्यूटीपी का निरीक्षण किया। उनके साथ बैठक व प्रेसवार्ता में दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज (Saurabh Bhardwaj) भी उपस्थित थे।