- नई दिल्ली, : डिजिटल इंडिया अभियान के छह साल पूरे होने के मौके पर आज पीएम मोदी ने लाभार्थियों के साथ बातचीत की।पीएम मोदी ने इस दौरान भीम ऐप, वन नेशन-वन राशन कार्ड समेत अन्य कई योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद किया। वन नेशन वन कार्ड, दीक्षा योजना सहित प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के लाभार्थियों ने डिजिटल इंडिया के अपने अनुभव पीएम मोदी के साथ साझा किए। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि, ई-नाम पोर्टल इसलिए बनाया गया है ताकि किसान देश की सभी मंडियों में अपनी फसल का सौदा कर सके। इस पोर्टल पर किसान और व्यापारी बड़ी संख्या में जुड़ रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि डिजिटल इंडिया ने भारत के सपनों को आगे बढ़ाया है और आम आदमी को लाभ पहुंचाया है। डिजिटल इंडिया आत्मनिर्भर भारत की साधना है, ये सशक्त होते भारत का जयघोष है। पीएम मोदी ने कहा कि वन नेशन-वन राशन कार्ड से सबसे अधिक फायदा मजदूरों को हुआ है, कई राज्यों ने इसे लागू नहीं किया था, लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया है, जिसके बाद सभी को इस स्कीम को लागू करना होगा।
पीएम मोदी ने कहा कि, ड्राइविंग लाइसेंस हो, बर्थ सर्टिफिकेट हो, बिजली का बिल भरना हो, पानी का बिल भरना हो, इनकम टैक्स रिटर्न भरना हो, इस तरह के अनेक कामों के लिए अब प्रक्रियाएं डिजिटल इंडिया की मदद से बहुत आसान, बहुत तेज हुई है। और गांवों में तो ये सब, अब अपने घर के पास CSC सेंटर में भी हो रहा है। टीकाकरण के लिए भारत के कोविन ऐप में भी अनेकों देशों ने दिलचस्पी दिखाई है। वैक्सीनेशन की प्रक्रिया के लिए ऐसा मॉनिटरिंग टूल होना हमारी तकनीकी कुशलता का प्रमाण है।
पीएम मोदी ने कहा कि, इस कोरोना काल में जो डिजिटल सोल्यूशंस भारत ने तैयार किए हैं, वो आज पूरी दुनिया में चर्चा और आकर्षण का विषय हैं। दुनिया के सबसे बड़े डिजिटल कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग ऐप में से एक, आरोग्य सेतु का कोरोना संक्रमण को रोकने में बहुत मदद मिली है। डिजिटल इंडिया यानि समय, श्रम और धन की बचत। डिजिटल इंडिया यानि तेज़ी से लाभ, पूरा लाभ। डिजिटल इंडिया यानि मिनिमम गवर्नमेंट, मैक्सिम गवर्नेंस।
पीएम ने कहा कि, डिजिटल इंडिया यानि सबको अवसर, सबको सुविधा, सबकी भागीदारी। डिजिटल इंडिया यानि सरकारी तंत्र तक सबकी पहुंच। डिजिटल इंडिया यानि पारदर्शी, भेदभाव रहित व्यवस्था और भ्रष्टाचार पर चोट है। कोरोना काल में डिजिटल इंडिया अभियान देश के कितना काम आया है, ये भी हम सभी ने देखा है। जिस समय बड़े-बड़े समृद्ध देश, लॉकडाउन के कारण अपने नागरिकों को सहायता राशि नहीं भेज पा रहे थे, भारत हजारों करोड़ रुपए, सीधे लोगों के बैंक खातों में भेज रहा था।
किसानों का जिक्र करे हुए पीएम मोदी ने कहा कि, किसानों के जीवन में भी डिजिटल लेनदेन से अभूतपूर्व परिवर्तन आया है। पीएम किसान सम्मान निधि के तहत 10 करोड़ से ज्यादा किसान परिवारों को 1 लाख 35 करोड़ रुपए सीधे बैंक अकाउंट में जमा किए गए हैं। डिजिटल इंडिया ने वन नेशन, वन एमएसपी की भावना को भी साकार किया है। ये दशक, डिजिटल टेक्नॉलॉजी में भारत की क्षमताओं को, ग्लोबल डिजिटल इकॉनॉमी में भारत की हिस्सेदारी को बहुत ज्यादा बढ़ाने वाला है। इसलिए बड़े-बड़े एक्सपर्ट्स इस दशक को ‘India’s Techade’ के रूप में देख रहे हैं।