भोपाल। : मध्य प्रदेश के शहपुरा में मां शारदा टेकरी के पास स्थित भगवान बजरंगबली मंदिर की प्रतिमा का अपमान करने के मामले में लोगों के भारी विरोध प्रदर्शन के बाद आरोपित अमजद खान का मकान बुलडोजर से गिरा दिया गया। इस दौरान भारी पुलिस फोर्स मौजूद रही।
आरोपित अमजद के घर पर लगा था ताला
जब आरोपित अमजद का मकान गिराया गया तो उस समय मकान में ताला लगा हुआ था। कच्चा मकान पर कार्रवाई करने के साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बन रहे उसके घर को छोड़ दिया गया। बताया जाता है कि आरोपित के परिजन भी शहपुरा से गायब हैं।
दूसरे आरोपी फिरोज के मकान को भी गिराने की मांग
प्रदर्शन कर रहे लोगों ने दूसरे आरोपित निलंबित वनरक्षक फिरोज खान के मकान को भी गिराने की मांग की। बताया जाता है कि उसका मकान शहडोल जिले में है।
मौके पर पहुंचे कलेक्टर-एसपी
- लोगों ने घटना के विरोध में रविवार को शहपुरा बाजार को पूरी तरह से बंद कर जबलपुर-अमरकंटक मुख्य मार्ग को जाम कर दिया।
- रविवार दोपहर एक बजे शहपुरा के निवास तिराहे के पास मार्ग में आवागमन पूरी तरह ठप हो गया।
- जानकारी मिलने पर कलेक्टर विकास मिश्रा, पुलिस अधीक्षक (SP) संजीव सिन्हा मौके पर पहुंचे।
- प्रदर्शन कर रहे लोग भगवान बजरंगबली की प्रतिमा को अपमानित करने वाले आरोपियों फिरोज खान और अमजद खान के खिलाफ एनएसए के तहत मामला दर्ज करने और उसका घर गिराने की मांग कर रहे थे।
- आरोपितों पर एनएसए के तहत कार्रवाई का प्रस्ताव जिले से मंत्रालय भेजने की जानकारी जब अधिकारियों ने प्रदर्शनकारी को दी, तभी वे माने और दोपहर तीन बजे से मार्ग में आवागमन बहाल हो सका।
लोगों ने भाजपा नेताओं का फूंका पुतला
प्रदर्शन कर रहे हिंदूवादी संगठनों और अन्य लोगों ने भाजपा के जिला अध्यक्ष, अवध राज बिलैया, जिला महामंत्री ज्ञानदीप त्रिपाठी और शहपुरा के मंडल अध्यक्ष घनश्याम कछवाहा का पुतला फूंका। उनका आरोप है कि मामले में इन नेताओं द्वारा कोई पहल नहीं की गई। इसी का नतीजा था कि इतने दिन तक आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई नहीं की गई। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने इन नेताओं के खिलाफ ‘हाय-हाय’ के नारे भी लगाए।
घटना के विरोध में लोगों ने निकाला मार्च
घटना के विरोध में लोगों ने शहर में पैदल मार्च निकाला। इस दौरान पुलिस लाइन समेत विक्रमपुर, शाहपुर, मेहेदवानी और अन्य थाना चौकियों की पुलिस भी मौके पर पहुंची।
प्रदर्शन में शामिल होने गांव से भी पहुंचे लोग
प्रदर्शन में शामिल होने के लिए ग्रामीण अंचलों से भी हजारों की संख्या में लोग शहपुरा पहुंचे। इस दौरान लोगों ने ‘जय श्रीराम’ के नारे लगाते हुए प्रदर्शन किया।
कब सामने आया मामला?
- बजरंगबली की प्रतिमा को अपमानित करने का मामला 17 जुलाई को सामने आया था।
- जब लोगों ने इसके विरोध में प्रदर्शन किया तो 19 जुलाई को मामला दर्ज कर दोनों आरोपितों को जेल भेज दिया गया।
- लोग आरोपितों के खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई करने की मांग कर रहे थे।
- इस मामले को लेकर शहपुरा समेत विक्रमपुर, समनापुर, शाहपुर, बजाग, करंजिया, गाड़ासरई, मेहेदवानी व अन्य कस्बे का बाजार भी बंद रख कर प्रदर्शन किया जा चुका है।
- विरोध प्रदर्शन के दौरान एडीएम, एडिशनल एसपी, एसडीएम, एसडीओपी, तहसीलदार, शहपुरा थाना प्रभारी, मेहंदवानी थाना प्रभारी, शाहपुर थाना प्रभारी, बिछिया चौकी प्रभारी और विक्रमपुर चौकी प्रभारी सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा।
जबलपुर-अमरकंटक मार्ग पर चालू हुआ यातायात
पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार सिन्हा ने कहा कि प्रदर्शनकारियों को समझाकर जबलपुर-अमरकंटक मार्ग पर यातायात बहाल किया गया। आरोपित के मकान को ढहा दिया गया है। इस मामले में आरोपितों पर पहले ही कड़ी कार्रवाई की जा चुकी थी। आगे जो भी आवश्यक होगा. वह किया जाएगा