लखनऊ, । उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 की मतगणना शांतिपूर्ण ढंग से कराने के लिए यूपी पुलिस सतर्क है वहींं समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने वोटों की गिनती शुरु होने से लेकर खत्म होने तक कार्यकर्ताओं और समर्थकों से मतगणना स्थल की किलेबंदी करने के लिए अपील की है।
खिलेश के ईवीएम और वोटों की धांधली वाले बयान के बाद यूपी एडीजी ला एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि दस मार्च को वोटों की गिनती के दिन मतगणना स्थल पर सत्तर हजार सिविल पुलिस कर्मचारी, 245 कंपनी अर्धसैनिक बल और 69 कंपनी पीएसी तैनात की गई है। मतगणना के दौरान शांति भंग करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। प्रदेश के संवेदनशील इलाकों में भी मतगणना को शांतिपूर्ण ढंंग से कराने के लिए भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है।
बता दें कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मंगलवार को प्रेस कान्फ्रेंस कर ईवीएम में धांधली के गंभीर आरोप लगाए थे। अखिलेश ने कहा था कि मैं नौजवानों व किसानों से अपील करता हूं कि वोट दिया है तो वोट बचाने की भी जिम्मेदारी है। जो लोग लोकतंत्र में विश्वास रखते हैं उनमें आक्रोश है। बैलट वोट की गिनती के लिए हमने अपने कार्यकर्ताओं को समझाया है। वाराणसी दक्षिण और अयोध्या की सीट सपा जीत रही है, यही भाजपा की घबराहट है।
अखिलेश ने कहा, मैं सपा के कार्यकर्ताओं से कहूंगा कि कानून व्यवस्था का पालन करते हुए मतों की रक्षा करें। मतगणना केंद्र की किलेबंदी कर दें। कहा कि पिछले चुनाव में 47 सीटें ऐसी हैं जहां पांच हजार से कम अंतर से भाजपा जीती थी। उन्होंने कहा कि वाराणसी में एक गाड़ी पकड़ी गई जबकि दो गाड़ियां भाग गई हैं। उन्होंने सवाल किया कि क्या वजह है बिना सुरक्षा ईवीएम ले जाई जा रही थीं, जरूरी होने पर भी पहले प्रत्याशियों को बताना चाहिए था।
सपा मुखिया ने मतगणना के दौरान गड़बड़ी करने का आरोप लगाते हुए कहा, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री जगह-जगह डीएम को फोन कर कह रहे हैं कि जहां भाजपा हारे वहां मतगणना धीरे करें। एक्जिट पोल पर अखिलेश ने कहा कि इसके जरिए भाजपा के जीतने का परसेप्शन बनाया जा रहा है ताकि वोटों की चोरी पर पर्दा डाल जा सके। उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र की आखिरी लड़ाई है। इसके बाद तो जनता को क्रांति करनी पड़ेगी। उन्होंने सभी का आह्वान किया कि लोकतंत्र बचाएं। सारे साथी मतगणना खत्म होने तक केंद्रों पर डटे रहें।