मिनियापोलिस, । अमेरिका में अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद काफी हंगामा हुआ था। पुलिस इसे हादसा करार दे रही थी। हालांकि, अब इस मामले में एक सनसनीखेज खुलासा हुआ है। अमेरिका में मिनियापोलिस की एक दमकलकर्मी ने मंगलवार को अदालत में बताया कि उसे अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की मदद करने से रोक दिया गया था। वह बुधवार को फिर से अदालत में बयान दर्ज कराएंगी।
‘मुझे मरते हुए इंसान की मदद करने से रोका गया’
बता दें कि पिछले साल मई में श्वेत पुलिस अधिकारी डेरेक चौविन को फ्लॉयड की गर्दन अपने घुटने से दबाने से रोकने वालों में से एक जिनेवी हन्सेन मंगलवार को यह याद करते वक्त रो पड़ी कि कैसे वह फ्लॉयड की मदद नहीं कर पाई। हन्सेन ने अदालत में जो बताया, उसे सुनकर लोग हैरान रह गए। उन्होंने बताया, ‘वहां एक व्यक्ति को मारा जा रहा था। मैं अपने पूरी क्षमता के अनुसार चिकित्सा मुहैया करा सकती थी और इस इंसान ने ऐसा करने से मना कर दिया।’
फ्लॉयड को छोड़ने की उनकी मिन्नतों को ठुकरा दिया
कोर्ट में हन्सेन मंगलवार को गवाही देने वाले उन प्रत्यक्षदर्शियों में से एक थीं जिन्होंने 25 मई को फ्लॉयड की मौत की घटना देखी थी। एक के बाद एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि कैसे चौविन ने फ्लॉयड को छोड़ने की उनकी मिन्नतों को ठुकरा दिया। इनमें वह युवती भी शामिल थीं जिसने फ्लॉयड की गिरफ्तारी का वीडियो बनाया था, जिससे देशभर में प्रदर्शन शुरू हो गए थे।
फ्लॉयड तड़प रहा था, लेकिन चौविन को परवाह नहीं थी
18 वर्षीय डार्नेला फ्रेजियर ने कहा, ‘उसे(चौविन) परवाह नहीं थी। ऐसा लग रहा था कि हम जो कह रहे हैं, वह उसकी परवाह नहीं कर रहा। फ्लॉयड तड़प रहा था, हम उसकी ममद की गुहार लगा रहे थे। लेकिन हम कुछ नहीं कर पाए। आखिरकार फ्लॉयड ने दम तोड़ दिया।