गोरखपुर, । गोरखनाथ मंदिर के सुरक्षाकर्मियों हमला करने वाले अहमद मुर्तजा अब्बासी समेत 16 संदिग्धों की सूची आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने 31 मार्च को ही यूपी पुलिस को सौंप दी थी। एटीएस ऐसे लोगों को चिन्हित कर रही थी जो साइबर स्पेस पर घोर कट्टरपंथी विचारधारा वाले हैं। माना जा रहा है कि इसी क्रम में एटीएस दो अप्रैल को मुर्तजा के घर गई थी और उसके दूसरे दिन आरोपित ने मंदिर के बाहर दो सिपाहियों पर हमला करके उन्हें घायल कर दिया।
साइबर पर कट्टरपंथी विचारधारा वाले संदिग्धों को तलाश रही थी एटीएस
एटीएस की जांच में पता चला है कि मुर्तजा मुस्लिम कट्टरपंथी था। वह डा.जाकिर नाइक सहित तमाम मुस्लिम कट्टरपंथियों से बेहद प्रभावित था। इस्लाम को लेकर पूरी तरह उसका ब्रेनवाश हो चुका था। उसके मन में एक समुदाय के प्रति सिर्फ नफरत भरी हुई थी। एटीएस उसकी साइबर गतिविधियों पर निगाह रख रही थी। इसे लेकर एटीएस ने उसे प्रदेश के 16 संदिग्धों की सूची में रखा था। 31 मार्च को एटीएस ने एक सूची यूपी पुलिस को सौंपी थी, जिसमें मुर्तजा का नाम था। बीते दो अप्रैल को एटीएस अहमद मुर्तजा से पूछताछ के क्रम उसके घर भी गई थी। आशंका व्यक्त की जा रही है कि एटीएस जवान स्थानीय यूनिट से होने के कारण उसके घर वाले उन्हें देखते ही पहचान गए थे और मुर्तजा घर छोड़कर चला गया था और उसके दूसरे दिन उसने मंदिर के बाहर सिपाहियों पर हमला कर दिया।
हमले पर अधिवक्ताओं ने जताया आक्रोश
बार एसोसिएशन सिविल कोर्ट की कार्यकारणी ने गोरखनाथ मंदिर पर तैनात सुरक्षाकर्मी के ऊपर हुए हमले की निंदा की है। बुधवार को एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज कुमार पांडेय की अध्यक्षता में बैठक हुई जिसका संचालन मंत्री धीरेंद्र कुमार द्विवेदी ने किया। बैठक में सभी पदाधिकारी एवं कार्यकारणी सदस्य उपस्थित रहे। बैठक में अधिवक्ताओं ने मंदिर परिसर में हुई घटना पर आक्रोश जताते हुए कहा कि बार एसोसिएशन लोगों की आस्था के प्रतीक गोरखनाथ मंदिर के साथ है।